वरिष्ठ पत्रकार.लुधियाना।
पंजाब पर संगीन आरोप लगा है कि 65 वर्षीय बुजुर्ग को लात-घूसे मार कर मौत के घाट उतार दिया। मामला, लुधियाना शहर का बताया जा रहा है। मरने वाले का नाम प्रदीप कुमार बताया जा रहा है। वह अस्थमा का मरीज था। वाक्यात, मंगलवार की देर सायं बड़ी हैबोवाल में स्थित एक लॉटरी दुकान की बताई जा रही है। क्षेत्र में दहशत का माहौल है। पुलिस के बड़े अधिकारी इस मामले को लेकर चुप होकर बैठ चुके हैं। किसी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई होने की बात सामने नहीं आई। पीड़ित परिवार में पुलिस के प्रति रोष पाया जा रहा है। हंगामा खड़ा हो चुका है। स्थिति काफी तनावपूर्ण बताई जा रही है। पीड़ित परिवार ने पुलिस के कुछ मुलाजिमों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
दरअसल, बड़ा हैबोवाल में लॉटरी की एक दुकान स्थित है। पुलिस टीम ने देर सायं वहां पर कुछ गैर-कानूनी काम होने की सूचना पर दबिश दी। दबिश दौरान 65 वर्षीय प्रदीप कुमार अपने भतीजा की दुकान के बाहर खड़े थे। पुलिस पर आरोप लगा कि उन पर लात-घूसे मारने शुरु कर दिए। वह जमीन पर गिर गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, वह बेहोश हो चुके थे। आनन-फानन में किसी चिकित्सक को बुलाया गया। उसने पाया कि उनकी सास थम चुकी है और मौत हो गई है। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दुकान से पैसे निकाल लिए, अन्य लोगों के साथ धक्का मुक्की की। कईयों को हिरासत में लेकर चल दिए। पता चला है कि परिवार के हाथ पुलिस द्वारा की गई धक्का-मुक्की तथा अन्य प्रकार के सबूत हासिल हुए। परिवार ने क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ रोष कर रही है। अन्य लोग भी उनका सहयोग दे रहे है।
आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ सरासर धक्केशाही की। चाचा की मृत्यु पुलिस के लात-घूसे लगाने की वजह से हुई। उनकी मौत की साफतौर पर पुलिस जिम्मेदार है। उन्हें हर हालत में इंसाफ मिलना चाहिए। मांग की कि जिन जिन पुलिस कर्मचारियों का मौत में हाथ है, उनके खिलाफ विभागीय तथा कानूनी कार्रवाई दोनों ही तत्काल होना चाहिए। फिर जाकर शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा, अन्यथा नहीं। चेतावनी दी कि वह पुलिस की धमकियों से बिल्कुल डरने वाले नहीं है। जरुरत पड़ने पर सड़क को जाम किया जाएगा। इंसाफ लेकर ही अपना विरोध खत्म करेंगे।
उधर, पुलिस के कई शीर्ष अधिकारियों से इस मसले को लेकर संपर्क किया गया। किसी ने फोन नहीं उठाया। सूत्रों से पता चला है कि इस कार्रवाई को लेकर पुलिस के पास कोई उचित जवाब नहीं है। वह इस मुसीबत से बाहर निकलना चाहती है।