एसएनई नेटवर्क.लुधियाना।
सलेम टाबरी के भट्टियां इलाके में शनिवार उस समय सनसनी फैल गई, जब सौतेले पिता द्वारा अपने बीस साल के बेटे की निर्मम हत्या कर उसका शव छत पर पड़े प्लास्टिक के ड्रम में डाल देने का मामला सामने आया। आरोपी ने हत्या कर बीस साल के बेटे पीयूष के हाथ पैर बांध दिए और ड्रम को ऊपर से मिट्टी का प्लास्टर कर दिया ताकि किसी को कुछ पता न चल सके।
10 दिन मां बेटे को ढूंढती रही
दस दिन तक मां अपने बेटे को ढूंढती रही, लेकिन वह नहीं मिल रहा था। शनिवार को पीयूष की मां गीता को शक हुआ तो वह ऊपर गई। छत पर पड़े ड्रम से प्लास्टिक हटाया तो बेटे के पैर बंधे हुए थे। जिसके बाद उसका शोर सुन आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए। सौतेले बेटे को दर्दनाक मौत देने की बात पता चलते ही सभी लोग हैरान हो गए।
सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची
सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी और थाना सलेम टाबरी की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जांच के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में गीता की शिकायत पर उसके पति विवेक नंद मंडल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी दो दिन पहले ही बेटे को ढूंढने की बात कह फरार हो चुका है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है।
घरेलू बातों को लेकर अक्सर मिया बीबी में रहता था झगड़ा
जानकारी के मुताबिक गीता की शादी पहले विवेक नंद मंडल के भाई हिम्मत के साथ हुई थी। पीयूष हिम्मत का ही बेटा था। पति पत्नी में झगड़ा होने के बाद गीता ने हिम्मत को तलाक दिया और उसी के छोटे भाई विवेद नंद मंडल से शादी कर ली और गांव से लुधियाना आकर किराये के मकान में रहने लगे। घरेलू बातों को लेकर दोनों में झगड़ा होने लगा था।
मारपीट करता था अपराधी
विवेक नंद मंडल अक्सर गीता के साथ मारपीट करता था। मां के साथ मारपीट होते देख पीयूष अपने सौतेले पिता के साथ बहस करता था और मां के साथ मारपीट का विरोध करता था। विवेक मंडल का सौतेले बेटे के साथ भी झगड़ा होने लगा था। कुछ दिन पहले गीता विवेक मंडल से झगड़ा कर अपनी बहन के घर चली गई। पीछे से विवेक और पीयूष के बीच भी झगड़ा हुआ। इसी दौरान आरोपी ने पीयूष की निर्मम हत्या कर दी और उसके हाथ पैर बांध कर छत पर पड़े ड्रम में शव रख दिया।
किसी को शक न हों, इसलिए उठाया यह कदम
किसी को हत्या की वारदात का पता न चले उसने ड्रम पर मिट्टी का प्लास्टर कर दिया। जिसके बाद आरोपी ने गीता से कहा कि पीयूष कहीं लापता हो गया है। गीता काफी समय तक बहन के घर रहकर ही उसकी तलाश करती रही, लेकिन पीयूष मिल नहीं रहा था। विवेक ने दो दिन पहले गीता से कहा कि वह पीयूष को ढूंढने जा रहा है और उसे ढूंढ कर ही वापिस आएगा। गीता को शक हुआ और वह घर लौट आई। गीता छत पर गई तो ड्रम के पास काफी दुर्गंध थी। उसने मिट्टी हटाई तो बेटे के पैर नजर आए। जिसके बाद सारा खुलासा हुआ।
अपराधी फरार , जल्द होगी गिरफ्तारी
थाना सलेम टाबरी के एसएचओ सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह ने बताया कि आरोपी दो दिन पहले ही फरार हो गया था। जिसकी तलाश के लिए टीम बिहार के लिए रवाना होने वाली है। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि आरोपी ने पीयूष की हत्या कैसे की है। शव की हालत अभी खराब है। आरोपी को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी।