वरिष्ठ पत्रकार.लुधियाना।
जांच एजेंसी विजिलेंस विभाग की एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि एक किसान को फर्जी मामले में फंसाने के लिए 25 लाख की मांग की गई थी। महिला के अन्य 3 साथियों को जिला होशियारपुर से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। एक साथी अभी भी फरार बताया जा रहा है। निरंतर छापेमारी जारी है। महिला दिल्ली की रहने वाली है। गिरफ्तारी लुधियाना में हुई। अदालत ने 2 दिन के लिए विजिलेंस की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
जानिए, क्या था पूरा मामला
दरअसल, गांव भैणी सलू के रहने वाले किसान पलविंदर सिंह के पास फर्जी विजिलेंस अधिकारियों की एक टीम पहुंचती है। उसकी पुश्तैनी जमीन को पंचायत की जमीन होने का नोटिस थमा देती है। टीम चंडीगढ़ कार्यालय से आने की बात कहती है। किसान को केस रफा दफा करने के लिए 50 लाख की रिश्वत की मांग करते है। 25 लाख में सौदा तय हो जाता है। पहले किसान से 2 चेक ले लिए जाते है। बाद में चेक वापस करने के लिए 25 लाख नकदी की मांग की जाती है।
फोन के व्हाट्सएप पर धमकी दी जाती है। किसान डर जाता है। वह इस मामले की एक शिकायत विजिलेंस विभाग को देता है। विजिलेंस टीम इस मामले की गहनता से जांच करती है तो पाया जाता है कि इसमें कोई भी विजिलेंस का अधिकारी नहीं है। एक ट्रेप बिछाकर थोड़े दिन पहले होशियारपुर से 4 कथित अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है। पूछताछ में महिला का नाम पूजा सामने आता है। वह टीम के सरगना निकलती है। टीम ने उसकी लोकेशन के आधार पर शुक्रवार को लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, एक साथी अभी तक फरार है। वह जिला फतेहगढ़ का रहने वाला है।
कथित अपराधियों की हुई पहचान
फर्जी विजिलेंस अधिकारी बता भोले भाले लोगों को ठगने वाली महिला को आखिरकार विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दिल्ली निवासी पूजा रानी, मंजीत सिंह और परमजीत सिंह निवासी गांव महलों, तहसील समराला, परमिंदर सिंह निवासी आकाश कॉलोनी होशियारपुर, पिंदर सोढ़ी निवासी चब्बेवाल जिला होशियारपुर , एक आरोपी फतेहगढ़ साहिब जिले के खमाणो कस्बे का निवासी हरदीप सिंह फरार है। इस बात की पुष्टि एसएसपी संधू ने की।