अनिल भंडारी.अमृतसर/गुरदासपुर।
थाना इ-डिविजन पुलिस ने पिछले दिनों हुए कत्ल की गुत्थी सुलझाने का दावा किया। इस वारदात को अंजाम मृतक की भाभी के पुराने प्रेमी ने दिया। वह पेशे से शैलर मालिक है। जिला गुरदासपुर थाना तिब्बड़ के अधीन क्षेत्र का है।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि प्रेमिका का रिश्ता तोड़ने में कई बार प्रयास कर चुका था। बताया जा रहा है कि 12 वर्ष तक यानी कालेज से ही लड़की के साथ फ्रेंडशिप रही। किसी बात को लेकर उनकी बातचीत टूट चुकी थी। पुलिस के अन्य साथियों की तलाश में जुट चुकी है। अदालत में पेश किया गया। वहां से 30 दिसंबर तक पुलिस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। थाना ई डिवीजन में कथित अपराधी करणदीप सिंह के खिलाफ हत्या की धाराओं के अधीन मामला दर्ज है।
अधिक जानकारी देते थाना इ डिवीजन के थाना प्रभारी एसएचओ प्रभजोत सिंह ने बताया कि 11 दिसंबर की रात शिवाला कालोनी के रहने वाले विशेष उर्फ वीषू गुप्ता का तीन अज्ञात ने पिस्टल से तीन-चार फायर कर बुरी तरह से घायल कर दिया था। उस वक्त विशेष अपने कार चालक सहित छेहरटा एरिया की तरफ रवाना होने लगा था। एक गोली कार के शीशे तथा तीन फायर विशेष को लगी। अस्पताल लेकर गए। इलाज दौरान , उसने दम तोड़ दिया।
भाई संदीप गुप्ता के बयान पर तीन अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। जांच-पड़ताल में सामने आया कि गोली चलाने वालों के साथ घटनाक्रम दौरान वीषू मौके पर था। वह घटना को अंजाम देने वालों के साथ एक बाईक पर सवार होकर फरार हो गया।
पुलिस ने वारदात को सुलझाने में सीसीटीवी फुटेज की मदद ली। रविवार देर सांय पुलिस ने करण को इस्ट मोहन नगर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। कथित अपराधी ने अपना जुर्म कबूल करते कहा कि उसका विशु की भाभी के साथ पहले प्रेम-प्रसंग था। उसका संदीप गुप्ता के साथ रिश्ता हो चुका था। कई बार, उसे मनाने की कोशिश की। किंतु बात नहीं बनी। आखिरकार, उसने संदीप गुप्ता को अपने रास्ते से हटाने की ठान ली, जबकि वारदात वाले दिन विशू को संदीप समझते हुए, उसे गोली मार दी गई।
रंगदारी देकर घटना को दिया अंजाम
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि करणदीप ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए रंगदारी दी थी। बताया जा रहा है जिन कथित अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। वे सब आपराधिक छवि वाले है। फिलहाल करण ने किन से इस वारदात को अंजाम दिलाया, उनके बारे जानकारी जुटाने में पुलिस जुट चुकी है।
सूत्रों से पता चला है कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि लगभग चालीस हजार रुपए की रंगदारी दी गई।
पूर्व में कार चोरी का मामला दर्ज
पुलिस की जानकारी मुताबिक, कथित अपराधी करणदीप सिंह के खिलाफ पूर्व में कार चोरी का मामला थाना कैंटोनमेंट में दर्ज है। मामला वर्ष 2019 का है। पुलिस जांच में सामने आया था कि अपराधी ने श्रीनगर से चोरी की कार ली थी। अमृतसर में कार सवार होकर आ रहा था। पुलिस ने कार के दस्तावेज चेक किए तो जांच-पड़ताल दौरान कार चोरी की पाई गई। पता चला है कि छह दिन कथित अपराधी जेल में बंद रहा था।
अन्य अपराधियों की तलाश में पुलिस
पुलिस ने दावा किया कि इस केस में कुल तीन अपराधी थे। मेन अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दो फरार है। अभी तक वारदात में इस्तेमाल किया गया पिस्टल भी बरामद करना है। पिस्टल अवैध था या फिर लाइसेंसी इस बारे पुलिस का कहना है कि दो शेष की गिरफ्तारी उपरांत ही स्पष्ट हो पाएगा।