YOGA-DAY-EXCLUSIVE-पेट से जुड़ी पुरानी तथा लंबी बीमारियों से पाया जा सकता है छुटकारा…इस चिकित्सक के प्रयासों से सब कुछ हो सका संभव

एसएनई नेटवर्क.बटाला। 

वैश्विक तौर पर 21 जून को योग दिवस मनाया जाता हैं। लेकिन, इस योग में कुछ प्रबल चिकित्सक नई-नई प्रणाली के अलावा नए-नए शोध करने में सफल साबित हो रहे हैं। इसमें एक नया चेहरा डॉ अर्चिता महाजन सामने आया हैं। वह किसी भी पहचान की मोहताज नहीं हैं। उन्हें न्यूट्रिशन डायटिशियन एवं चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर तथा नॉमिनेटेड फॉर पद्म श्री राष्ट्रीय पुरस्कार एवं नॉमिनेटेड फार नेशनल यूथ अवार्ड की उपाधि से भी जाना जाता हैं। 

उन्होंने योग दिवस पर बताया कि शरीर के सभी रोग पेट से शुरू होते हैं। यदि हम दिन में से कुछ समय पेट के लिए योगा के लिए निकाल लें तो कई रोगों से बचा जा सकता है। ब्लड प्रेशर, शुगर, हर्निया, फेफड़ों की कमजोरी, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, पाचन शक्ति में कमी यह सारे रोग पेट के पेट से ही शुरू होते हैं।

इस प्रक्रिया से दूर हो जाती सब बीमारियां

उन्होंने बताया की कि पेट के कई रोगों से बचा जा सकता है, बेहद साधारण सा योगा है। कहीं भी समय मिलने पर कहीं भी किया जा सकता है। इनमें कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास करने के लिए सुखासन, अर्धपद्मासन, वज्रासन या पद्मासन जैसी किसी भी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं।  आराम से बैठने के बाद सांस लें और छोड़ें। सांस लेते हुए अपने पेट की मांसपेशियों को काम करने के लिए जितना हो सके अपने पेट को चूसें गहरी सांस अंदर की ओर लें और झटके से सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचें। ऐसा कुछ मिनट तक लगातार करते रहें, एक बार में इसे 35 से लेकर 100 बार करें। कपालभाति करने के बाद थोड़ी देर तक ताली बजाएंगे, तो ज्यादा फायदे मिलेंगे.यदि आप उचित आहार के साथ रोजाना 10 से 15 मिनट तक इसका अभ्यास करते हैं, तो आप एक महीने में 2 से 4 किलो तक वजन कम कर सकते हैं। आप में से जो लोग पेट की जिद्दी चर्बी से थक चुके हैं और कोशिश करना लगभग छोड़ चुके हैं, उन्हें रोजाना कपालभाति का अभ्यास शुरू कर देना चाहिए।यह चयापचय प्रक्रिया को बढ़ाता है और वज़न कम करने में मदद करता है।

नाड़ियों का शुद्धिकरण करता है।

इससे यह लाभ होते हैं

1) यह पेट की मासपेशियों को सक्रिय करता है जो कि मधुमेह के रोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक है।

[2) यह रक्त परिसंचरण को ठीक करता है] और चेहरे पर चमक बढ़ाता है।

(3) यह पाचन क्रिया को अच्छा करता है और पोषक तत्वों का शरीर में संचरण करता है।

4)   इससे आपकी पेट की चर्बी फलस्वरूप अपने-आप काम हो जाती है।

5)    मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को ऊर्जान्वित करता है ।

6)  यह मन को भी शांत करता है।

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