अंतरराष्ट्रीय डेस्क.एसएनई नेटवर्क।
पाकिस्तान इन दिनों उच्च विदेशी ऋण और कमजोर स्थानीय मुद्रा से जूझ रहा है। पाकिस्तानी रुपये की कीमतें तेजी से नीचे गिरने से पाकिस्तान की हालत खस्ता हो गई है, लेकिन पाक ने रूस के साथ एक सौदा किया जिससे उसकी दिक्कत बढ़ सकती हैं। दरअसल, पाकिस्तान रियायती दरों पर रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीद रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस अगले महीने तक पाकिस्तान को कच्चे तेल की अपनी पहली खेप भेजेगा।
बड़े सौदे का मार्ग प्रशस्त
रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉस्को से पहली खेप अगले महीने के अंत तक आ जाएगी, जिससे भविष्य में एक बड़े सौदे का मार्ग प्रशस्त होगा। वहीं पाकिस्तान को अमेरिकी डॉलर की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, उसी मुद्रा में रूसी कच्चे तेल के लिए भुगतान करना एक चुनौती होगी।
100,000 बैरल तेल का निर्यात
इसमें कहा गया है कि चूंकि पाकिस्तान के पास कच्चे तेल को परिष्कृत करने की तकनीक नहीं है, इसलिए रूस देश को मिश्रित तेल निर्यात करने पर सहमत हो गया है। सऊदी अरब के बाद, जो प्रतिदिन लगभग 100,000 बैरल तेल का निर्यात करता है, अगर यह सौदा अमल में आता है तो रूस पाकिस्तान के लिए दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता बनकर उभरेगा।
अंतिम रूप नहीं दिया
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान और रूस ने कच्चे तेल की कीमत को अंतिम रूप नहीं दिया है, यहां तक कि इस्लामाबाद को मॉस्को से अच्छी छूट मिलने की उम्मीद है। पिछले साल दिसंबर में, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल द्वारा कीमत में कमी के लिए कहे जाने के बाद रूस ने पाकिस्तान को उसके कच्चे तेल पर 30 प्रतिशत की छूट देने से इनकार कर दिया था।
पहले भी हुई थी पेशकश
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पहले, एक विदेशी कंपनी ने रूसी कच्चे तेल के आयात के लिए एक पाकिस्तानी रिफाइनरी की पेशकश की थी, लेकिन पाकिस्तानी बैंकों ने भुगतान करने से इनकार कर दिया।