वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.नितिन धवन/बटाला (गुरदासपुर)।

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिला गुरदासपुर के अधीन कई क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की। फर्जी पानी की कंपनी के गोदाम में छापेमारी दौरान बिना बीआईएस मार्का का लाखों लीटर पैकिंग पानी की पेटियां पकड़ी। बताया जा रहा है कि गुरदासपुर स्वास्थ्य विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हैं। इन पेटी को सील कर विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया। खाद्य पदार्थ से संबंधित दूध, मिठाई के कई सैंपल लिए गए। रिपोर्ट बनाकर चंडीगढ़ मुख्यालय में भेज दी गई। इस बात की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉक्टर पन्नू ने की।

डा.पन्नू ने बताया कि चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने सख्त निर्देश दिए थे कि जिला गुरदासपुर के अधीन क्षेत्र में खाद्य पदार्थ से संबंधित वस्तुओं के सैंपल भरे जाए। उनके नेतृत्व की अलग-अलग टीम ने गुरदासपुर के विभिन्न क्षेत्र में दबिश दी। कस्बा फतेहगढ़ चूड़ियां के एक पानी की फैक्ट्री में दबिश दी गई। वहां पर उपस्थित पानी की पेटी काफी संख्या में थी। हैरान करने वाली बात की सभी पेटी को कंपनी संचालक बिना बीआईएस मार्का बेच रहा था। पूछने पर संचालक कोई जवाब संतोषजनक तरीके से नहीं दे पाया। मौके पर सारा स्टाक सील कर लिया। इसे कब्जे में ले लिया गया। इसी प्रकार एक अन्य क्षेत्र में भी इसी प्रकार से एक फर्जी पानी की पैकिंग कर भारी संख्या में पेटी पड़ी थी। वहां पर भी बीआईएस मार्का पेटी पर नहीं लगा था। उसे भी तत्काल सील कर दिया गया।
गुरदासपुर के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न खानपान बेचने वाली दुकान पर दबिश दी गई। वहां से दूध, पनीर, मिठाई सहित कई सैंपल भरे गए। सैंपल जांच के लिए परीक्षण केंद्र भेज दिए गए। फेल होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किसी की सुनी सिफारिश काम किया नियमों के मुताबिक
सूत्रों से पता चला है कि कई खाद्य पदार्थ बेचने वालों ने अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव बनाने का प्रयास भी किया। लेकिन , अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा तथा ईमानदारी ने निभाते हुए किसी भी सिफारिश को नहीं माना। अधिकारियों का कहना था कि काम नियमों के मुताबिक तथा कायदे कानून की प्रक्रिया के तहत चल रहा है। उन्हें ऊपर से आदेश है कि खानपान की वस्तुओं से खिलवाड़ करने वालों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाए। उसी के तहत उन्होंने कार्रवाई में मापदंड को अपनाया।