वरिष्ठ पत्रकार.बटाला (गुरदासपुर)।
वरिष्ठ भाजपा नेता इंद्र सेखड़ी ने कहा कि बटाला उद्योग को आधुनिकीकरण और विविधता के लिए समर्थन की आवश्यकता है। जिसे वर्तमान राज्य सरकार बिल्कुल नहीं कर रही। उन्होंने मांग की कि बटाला सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण भारत सरकार विशेषज्ञ समिति के अध्ययन के आधार पर उद्योग के संबंध में एक कार्य योजना बनाये। हैरान करने वाली बात है कि एमएसएमई क्षेत्र को समर्थन देने के लिए सरकार द्वारा घोषित नीतियों को राज्य सरकार बिल्कुल ही नहीं लागू किया जा रहा है। गौर करने की बात है कि न्याय पाने और इन नीतियों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कोई प्रभावी निवारण मंच नहीं है। राज्य सरकार की ढीली नीतियों की वजह से छोटे उद्योग दिन-प्रतिदिन खत्म हो रहे हैं। रविवार को वरिष्ठ नेता अपने उद्योग जगत से जुड़े उद्यमियों के साथ खास बातचीत कर रहे थे।
सेखड़ी ने कहा कि उद्योग जगत के लिए केंद्र सरकार ने कई नीति, नियम लागू किए। उद्योग में जान डालने के लिए काफी बदलाव किया गया। लेकिन, अफसोस की बात है कि राज्य सरकार इन नीतियों को लागू करने में बिल्कुल नाकाम साबित रही। उद्योग जगत का पंजाब में बहुत बुरा हाल हो चुका है। बटाला औद्योगिक जगत का एक समय गढ़ माना जाता रहा। पूरे विश्व में इसके माल का डंका बजता रहा। 90 के दशक में 2 हजार पार यूनिट बटाला में चलते थे। लेकिन, सरकार की गलत नीतियों की वजह से अब 500 के करीब यूनिट रह चुके है।
पलायन रोकने के लिए सीमावर्ती जिलों को प्राथमिकता क्षेत्र मानते हुए नए और मौजूदा उद्योगों को विशेष राजकोषीय पैकेज दिए जाने की सख्त जरूरत है। केंद्रीय वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे सिंधिया के समक्ष भी इन मुद्दों को भाजपा नेता ने प्रमुखता से रखा। देश के प्रधानमंत्री समक्ष इन मुद्दों को रखने का वादा किया गया।