संगीन आरोप…आप की विधायिका के लाडले गुंडों का वरिष्ठ पत्रकार सफर पर हमला……एक बार नहीं 2 बार, थप्पड़ जड़ने के बावजूद कार्रवाई के नाम पर लगाई मामूली धाराएं

वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर।  

आम आदमी पार्टी (आप) की एक विधायिका के लाडले गुंडों ने वरिष्ठ पत्रकार तथा लाइव भारत के संपादक रमेश शुक्ल सफर पर हमला कर दिया। हमला एक बार नहीं 2 बार करने के संगीन आरोप लगा हैं। समाचार पत्र के कार्यालय की तोड़फोड़ तथा वरिष्ठ पत्रकार के ऊपर हमला करने एवं पुलिस पर थप्पड़ जड़ने का भी संगीन आरोप लगा हैं। इतना कुछ होने के बावजूद पुलिस ने खानापूर्ति के नाम मामूली धाराएं लगाकर उन्हें जेल में डाल दिया। हैरान करने वाली बात है कि किसी पत्रकार यूनियन का इस पूरे प्रकरण को लेकर कोई बड़ा बयान नहीं है। पत्रकार एवं अधिवक्ता राहुल शर्मा तथा उनके सहयोगियों ने इस मामले को लेकर प्रदेश की आप सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है तथा अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की मांग की। 

कुछ दिन पहले शहर में एक धार्मिक यात्रा निकल रही थी। वरिष्ठ पत्रकार रमेश सफर शुक्ल खुद कवरेज करने के लिए पहुंच गए। सब कुछ लाइव चल रहा था। इस बीच एक बाइक सवार उनके साथ गुंडागर्दी करने लग पड़ा। उन्होंने काफी प्यार से बाइक सवार को समझाया। बाइक सवार ने एक भी बात उनकी नहीं मानी। ऊपर से हाथापाई पर उतर आया। भीड़ ने बड़ी मुश्किल से विवाद को सुलझाया। मामला तब तक के लिए शांत हो गया। 

रविवार को हमलावर अन्य साथियों समेत लाइव भारत के बटाला रोड के शिव नगर में स्थित कार्यालय पहुंच गया। कार्यालय में महिला स्टाफ सदस्य थी। वह कार्यालय को बंद कर रही थी। इस बीच उन्होंने महिला के साथ बदतमीजी करनी शुरु दी। वरिष्ठ पत्रकार को फोन के माध्यम से सूचित किया गया। हमलावरों ने उनके साथ धक्का मुक्की आरंभ कर दी। इस बीच थाना मोहकम्मपुरा की पुलिस मौके पर पहुंची। इतना ही नहीं, हमलावरों ने पुलिस पर थप्पड़ जड़ दिया। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर थाना पहुंच गई। फिलहाल, कथित अपराधियों के खिलाफ मामूली धाराएं ही लगा पाई। 

सूत्रों से पता चला है कि कथित अपराधी आम आदमी पार्टी (आप) की विधायिका के काफी करीबी बताए जा रहे हैं। घटनास्थल पर सरेआम धमकी देते हुए विधायिका को यहां बुलाने के लिए बार-बार बोला भी गया। घटनाक्रम की सभी तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब तेजी से वायरल हो रही हैं। ऐसे में इस घटना को लेकर प्रदेश की आप सरकार पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया कि कैसे उनकी खुद की पार्टी की विधायिका गुंडा तत्व को सहयोग दे रही हैं। 

किसी पहचान के मोहताज नहीं, सफर

सफर पिछले 30 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हैं। वह किसी पहचान के मोहताज नहीं है। देश के कई समाचार पत्रिका में कार्य करने का अनुभव रहा हैं। हमेशा ही सच्चाई के लिए अपनी कलम को चलाया। कई बार धमकियां मिलने तथा खुद पर हमला होने के बावजूद अपने रास्ते से कदापि भटके नहीं हैं। लेकिन, उन पर जिस प्रकार से 2 बार हमला हुआ, उस वजह से सरकार तथा प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से सोचने के लिए भी एक बार फिर से मजबूर कर दिया।

पत्रकार यूनियन पर खड़े हो रहे सवाल

वरिष्ठ पत्रकार पर 2 बार हमला हो जाना, किसी पत्रकार यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारी का बयान सामने नहीं आना इस बात की ओर संकेत जाता है कि कोई भी पत्रकार के साथ खड़ा नहीं हैं। सिर्फ तो सिर्फ इनके पास बड़ी-बड़ी डींगे मारने के अलावा कुछ नहीं हैं। यह पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व भी कई बार पत्रकारों के साथ धक्का, झूठे पर्चे तक हुए, लेकिन उस मामले में भी यह पत्रकार यूनियन हमेशा चुप ही रही हैं। इस प्रकार के मामलों को लेकर कुछ पत्रकारों ने बताया कि अब उनका मन प्रेस क्लब से लेकर सभी पत्रकार यूनियनों से उठ चुका है, क्योंकि, यह लोग सच्चाई के साथ तो कभी खड़े होते ही नहीं है। इनका सिर्फ तो सिर्फ स्वप्न चौधरी बनने का रहा हैं।   

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