वरिष्ठ पत्रकार.श्रीनगर.अमृतसर।
पिछले सप्ताह अमृतसर के 2 युवकों की आतंकी द्वारा गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। वारदात को अंजाम देने वाले आतंकी को गिरफ्तार कर लिया गया। आतंकी आदिल मंजूर लंगू से पूछताछ में इस बात का बड़ा खुलासा हुआ कि साजिश पाकिस्तान के टीआरएफ आतंकी ग्रुप ने रची थी। मकसद, बाहरी लोगों के मन में खौफ पैदा करना था। सीसीटीवी कैमरा तथा तकनीकी पहलू से आतंकी पकड़ा गया। इस बात की पुष्टि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) विजय कुमार ने दी। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई पिस्टल को बरामद कर लिया। उधर, अमृतसर का रहने वाला पीड़ित परिवार आतंकी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा देने की गुहार लगा रहा है।
बता दें कि अमृतसर के चमियारी गांव के रहने वाले अमृतपाल सिंह तथा उसका दोस्त श्री नगर में रोजी रोटी कमाने के लिए गए थे। पेशे से दोनों लकड़ी का काम जानते थे। गुरदासपुर के रहने वाले एक कांट्रेक्टर ने उन्हें वहां पर काम दिलाया था। काम के दौरान आतंकी ने गोलियां मार दी थी। अमृतपाल सिंह ने मौके पर दम तोड़ दिया था, जबकि, घायल साथी की इलाज दौरान मृत्यु हुई।
एडीजीपी कानून-व्यवस्था विजय कुमार ने जानकारी दी कि इस वारदात को पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन टीआरएफ के कहने पर दी गई। जांच में सामने आया कि अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों को डरने की नीयत से आतंकी वारदात को अंजाम दे रहे है। वारदात को अंजाम देने वाला आतंकी आदिल पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। पिस्टल बरामद हुई, जिसे वारदात में उपयोग किया गया था। कई लिक, इस वारदात को साथ जुड़ रहे है। विशेष जांच दल उसमें हर पहलू पर पड़ताल कर रहा है। कई अन्य की गिरफ्तारी होने का पुलिस टीम दावा कर रही है।
स्थानीय दे रहे मदद
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि आतंकी वारदात में कुछ स्थानीय लोग भी उनकी मदद कर रहे हैं। पल-पल की जानकारी आतंकियों को मुहैया करवाते है। कई बार उन्हें घर में संरक्षण भी दिया जाता है। पुलिस जांच में कई बार इस बात का खुलासा हो चुका है। अगर वे लोग पुलिस तथा प्रशासन की मदद करें तो शायद आतंकी गतिविधियों में काफी हद तक लगाम लगाया जा सकता है। फिलहाल, पुलिस तथा सेना का तंत्र इस काम पर पूरी गहराई से काम कर रहा है। आने वाले समय में आतंकियों की पूर्ण रूप से कमर तोड़ दी जाएगी।