PUNJAB….सुख की सांस दिलाने वाले क्रांतिकारियों के परिवार खुद सरकारी सुविधाओं से वंचित, MEMORANDUM पे MEMORANDUM दिए पर कोई हल नहीं निकला

वरिष्ठ पत्रकार.लुधियाना। 

देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों का अहम योगदान रहा। यू कह सकते है कि देश का हर नागरिक उनकी वजह से सुख की सांस ले रहा है। लेकिन, बड़े दुख की बात है कि वर्तमान सरकार उनके दुख-दर्द को बिल्कुल ही नहीं समझ रही या फिर यू कह सकते है कि उन्हें उनके मूल  अधिकारों से भी वंचित रखा जा रहा है। प्रशासन या फिर सरकार इन परिवारों को सिर्फ तो सिर्फ 15 अगस्त के दिवस को ही आमंत्रित करता है। उसके बाद तो इन्हें दूध से मक्खी की तरह बाहर निकाल दिया जाता है। नौबत यहां तक आ गई है कि अब स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को जिला अधिकारियों से मुलाकात कर उनसे 15 अगस्त वाले दिन सर्वोच्च सम्मान के लिए गुहार लगानी पड़ रही है। शायद, शहीद भगत सिंह जैसे अन्य शहीद अब होते है तो वे लोग भी शर्म से डूब जाते कि कैसे वर्तमान की सरकार तथा प्रशासन उनके परिवारों के साथ डील कर रहा है। 

ताजा मामला, पंजाब के जिला लुधियाना से जुड़ा है। यहां पर लुधियाना स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का एक शिष्टमंडल प्रशासन के उच्च अधिकारी से मुलाकात करने के लिए पहुंचा। बताया जा रहा है कि शिष्टमंडल ने अपनी लंबित मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की मांग थी कि उन्हें सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। कोई उनकी बात को नहीं सुनता है। कई मुद्दे लंबे समय से लटके पड़े है। इन्हें प्रशासन को प्राथमिकता के तौर पर हल करना चाहिए। उधर, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें विशेष सुविधा तथा सर्वोच्च सम्मान की मांग भी की गई। प्रशासनिक अधिकारी ने सभी की बात को काफी ध्यानपूर्वक से सुना तथा हर मांग को जल्द से जल्द हल करने का भरोसा दिया। 

इस अवसर शहीद भगत सिंह के परिवार की सदस्य जसमीत कौर, सुरजीत सिंह, सुखजीत सिंह, चेतन सिंह, परविंदर कौर, प्रीति, जितेंद्र सिंह, गीतू रानी, रविंदर कपूर, अवतार सिंह, कुलदीप सिंह कई अन्य स्वतंत्रता सेनानी परिवार शामिल रहें। 

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