बड़ा पर्दाफाश…..बटाला स्वास्थ्य विभाग रेड…..गोपनीय का हवाला देकर असली तथ्य को छुपाने तथा  गुनहगारों को संरक्षण देने के लिए रेड टीम पर आरोप

सांकेतिक तस्वीर

नितिन धवन/गुरदासपुर।

पंजाब स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त तथा उपायुक्त के निर्देश पर पंजाब के विभिन्न क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीम ने रेड किया। बटाला में रेड करने वाली अमृतसर की स्वास्थ्य टीम सवालों के घेरे में घिरती नजर आ रही है। टीम द्वारा गोपनीय का हवाला देकर असली तथ्य को छिपाकर गुनहगारों को पूर्ण रूप से संरक्षण देने के संगीन आरोप लगे है। टीम के मुताबिक सिर्फ 4 सैंपल ही भरे गए।

टीम की एक आला अधिकारी से पूछा गया कि किन-किन प्रकार तथा कहां से ,सैंपल लिए गए तो उन्होंने साफ कह दिया कि यह मामला गोपनीय है, इसलिए इस बारे वह कुछ नहीं कह सकती है। सूत्रों से इस बात का पता चला है कि बटाला के यहां पर सैंपल भरे गए। उन पार्टियों का राजनीति में अच्छा रसूख था। जिस कारण, इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेड किए स्थल तथा कौन-कौन से सैंपल लिए, उसका विवरण तक नहीं दिया। चर्चा , इस बात की भी चल रही है कि स्वास्थ्य विभाग मामले को दबाने में भी पूरी कोशिश कर रहा है। लेकिन, मामला जांच के विषय से जुड़ा है, इसलिए मामले की तह तक जाकर जांच होनी भी अति जरूरी है।

सूत्रों से पता चला है कि स्वास्थ्य विभाग ने बटाला के एक तेल कारोबारी के प्रतिष्ठान पर रेड की। वहां से फर्जी तेल की किस्म भी पाई गई। अहम समय पर किसी राजनेता की सिफारिश की वजह से इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। इतना ही नहीं उसके मामूली सैंपल भर खानापूर्ति की गई। उसे बचाने का पूरा-पूरा प्रयास किया गया। इसके अलावा एक मिठाई की प्रसिद्ध प्रतिष्ठान अमृतसर-बटाला रोड पर स्थित है। वहां पर रेड हुई। कई सैंपल भी भरे गए। लेकिन वहां पर भी राजनीति दबाव की वजह से टीम को उसे छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। खानापूर्ति के लिए एक सैंपल ही भरा गया।

एक डेयरी मालिक के यहां पर रेड टीम ने दबिश दी। वहां पर दूध, पनीर तथा अन्य खाद्य पदार्थों के जब सैंपल भरे जा रहे थे तो मौजूदा सत्ता में पार्टी के मजबूत विधायक ने फोन पर ही टीम को इसे छोड़ने के लिए बोल दिया। फिर टीम ने यहां से भी सिर्फ एक सैंपल भरा। उसके बाद टीम एक किराना दुकान संचालक के पास पहुंची। वहां पर हल्दी के सैंपल भरने लगी कि वहां पर भी टीम को राजनीति दबाव पड़ गया। वहां पर भी खानापूर्ति के लिए सिर्फ एक ही सैंपल भरा गया। 

टीम की एक उच्च अधिकारी ने बताया कि सिर्फ 4 सैंपल ही भरे गए। कहां-कहां क्या-क्या भरे गए यह सब गोपनीय है। इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती है। सैंपल रिपोर्ट इस बार पंद्रह दिन से पहले आ सकती है। फेल आने पर कड़ी कार्रवाई होगी। 

विभाग से पहले ही रेड की जानकारी दुकानदारों को मिली गई थी, इसलिए दुकानदारों ने बंद कर दिए शटर

सूत्रों से मिली पक्की खबर के मुताबिक, रेड से पहले ही विभाग के कुछ खास दुकानदारों के जानकारों ने रेड की जानकारी दे दी थी। इसलिए, उन्होंने रेड टीम के पहुंचने से पूर्व अपने-अपने शटर बंद कर दिए। सूत्रों से पता चला है कि दुकानदार तथा कुछ बड़े प्रतिष्ठान के संचालकों का विभाग के साथ हफ्ता की सेटिंग है, जिस वजह से विभाग की रेड की पल-पल की जानकारी दुकानदारों तक पहुंच जाती है। 

बटाला का प्रसिद्ध मिठाई वाला विभाग का खास

बटाला-अमृतसर रोड पर स्थित एक शहर की सबसे पुरानी दुकान का संचालक स्वास्थ्य विभाग का काफी खास माना जाता है। सूत्रों से पता चला है कि वह विभाग को प्रति हफ्ते मोटी रिश्वत देता है। इतना ही नहीं फेल सैंपल को भी पास करवा लेता है। कई बार, उस दुकान से स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल भी भरे। लेकिन रिपोर्ट हमेशा ही उसके फेवर में ही आई। इस बार भी उसके जहां रेड तो जरुर हुई, लेकिन सैंपल नहीं कोई भरा गया। 

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