लुधियाना-हलवारा-जगराओं-मोगा से पहुंची दमकल 2 दर्जन गाड़िया, तीन घंटा उपरांत पाया आग पर काबू
प्रशासन पहुंचा मौके पर……..नुकसान का लाया जा रहा है आकलन…विधायक बोले–पीड़ित किसानों को मिलेगी हर संभव मदद
50 किसानों के आंखों में शेष रह आंसू…..पीड़ित सभी किसान ठेके पर करते थे खेती
एसएनई नेटवर्क.लुधियाना।

लुधियाना से अभी-अभी बहुत बड़ी दर्दनाक खबर सामने आई। यहां के दो गांव की लगभग 400 एकड़ गेहूं की फसल आग लगने से जलकर राख हो गया। बताया जा रहा है कि लगभग 2 करोड़ रुपए का आर्थिक रूप से नुकसान हुआ। घटनाक्रम गुरुवार की बाद दोपहर 3 बजे का बताया जा रहा है। आंधी की वजह से बिजली का खंभा खेत में गिरने से आग लगी। लुधियाना , हलवारा एयरफोर्स स्टेशन, मोगा , जगराओं से दमकल की लगभग तीन दर्जन गाड़ियां पहुंची। लगभग तीन घंटा की कड़ी मशक्कत उपरांत आग पर काबू पा लेने की जानकारी हासिल हुई। लेकिन, तब तक प्रभावित ठेके पर लेने जमीन के छोटे किसानों का सब कुछ आग की वजह से तबाह हो चुका है। शेष आंखों में आंसू ही रह गए। सिविल प्रशासन टीम किसानों के नुकसान की जानकारी जुटाने में लग चुकी है। उधर, स्थानीय विधायक ने पीड़ित किसानों को भरोसा दिया कि उन्हें हर संभव रूप से आर्थिक मदद दी जाएगी।

14 अप्रैल बैसाखी के पर्व पर जिला लुधियाना के भीतर गांव हेर सहित कुल दो गांव दोपहर के तीन बजे तेज आंधी आई। 400 एकड़ जमीन पर गेहूं की फसल लहलहा रही थी। खेतों के बीच लगा बिजली का खंभा खेत में गिर गया। आग ने धीरे-धीरे 400 एकड़ जमीन पर फैल गई। आग की लपटें लगभग 10-20 किलोमीटर की दूरी फैल गई। गांव वालों ने प्राथमिक तौर पर अपने-अपने लगी मोटर के पानी से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन सभी नाकाम रहें।
सूचना मिलने पर सिविल प्रशासन आग वाली घटना स्थल पर पहुंचा। दमकल विभाग की लुधियाना के अलावा लगभग 4 जगह से तीन दर्जन दमकल विभाग की गाड़िया पहुंचने में काफी देर हो गई। इतना ही नहीं, कई गाड़ियों में पानी की उपलब्धता काफी कम थी। जिस कारण उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। तीन घंटा कड़ी मश्कक्त उपरांत आग पर तो काबू पा लिया लेकिन तब तक जलकर सब कुछ राख हो गया।
सीएम को जानकारी पहुंची
बताया जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन ने आग की घटनाक्रम के बारे सीएम कार्यालय तथा सीएम तक जानकारी पहुंचा दी। उन्होंने इस घटनाक्रम को लेकर किसानों की हर संभव मदद करने का भरोसा दिया तथा प्रशासन को आदेश जारी किया कि वह पल-पल की जानकारी उनके साथ साझा करें। उधर, पीड़ित किसान परिवार काफी दुख में है। उन्होंने अपना दर्द साझा करते कहा कि ठेके पर 10-10 एकड़ जमीन लेकर गेहूं की फसल लगाई थी। उन्हें इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उनके साथ इतना बड़ा हादसा हो सकता है। सरकार से हर संभव मदद की गुहार लगाई है। अब देखना आप की सरकार पीड़ित किसानों के लिए क्या कुछ बड़ा करती है।