नहीं देने पर जान से मारने की दी गई धमकी….मामले की जांच-पड़ताल पर दर्ज हुआ पर्चा
वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.गुरदासपुर।
पंजाब के सीमांत क्षेत्र की केंद्रीय जेल में बंद गैंगस्टर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। ताजा मामला जिला गुरदासपुर की केंद्रीय जेल से जुड़ा है। पता चला है कि ए-श्रेणी का जेल में बंद गांव भिखारी वाला का कुख्यात गैंगस्टर सुखमीत पाल सिंह भिखारीवाल ने न्यूजीलैंड में रहने वाले गैंगस्टर लवदीप सिंह लव्वी के माध्यम से जिला गुरदासपुर के रहने वाले सिमरजीत सिंह पेशे से प्रॉपर्टी डीलर से 1.50 करोड़ रुपए की फिरौती व्हाट्सएप काल के माध्यम से मांगी गई। ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। शिकायत की उच्च-स्तरीय जांच-पड़ताल उपरांत पुलिस ने जेल में बंद सुखमीत पाल सिंह भिखारी वाला तथा उसके साथी न्यूज़ीलैंड के रहने वाले लवप्रीत सिंह लवी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
बताया जा रहा है कि लवप्रीत सिंह भी गैंगस्टर था। कुछ अर्से पहले वह न्यूज़ीलैंड भाग गया। सुखमीत के गैंग का नेटवर्क, इस समय विदेश में रहने वाला उसका साथी लवप्रीत सिंह चला रहा है। इंटरपोल की मदद से लवप्रीत सिंह को भारत लाने के लिए पुलिस प्रयास भी कर सकती है। पुलिस को दी शिकायत में संगत पुरा के रहने वाले प्रापर्टी डीलर सिमरजीत सिंह ने बताया कि थोड़े समय पहले, उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप कॉल आया। नंबर विदेश का लगा। उसने सोचा कि शायद कोई उसका जानकार होगा। फोन पर उसने बोला कि वह लवप्रीत सिंह न्यूजीलैंड से बोल रहा है। जेल में बंद भिखारीवाल का साथी हूं। डेढ़ करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई। अगर नहीं दी तो तुम्हें जान से मार दिया जाएगा।
वह इस फोन काल से डर गया। पुलिस के उच्च अधिकारियों के पास लिखित में शिकायत लेकर गया। पुलिस ने व्हाट्सएप फोन काल को चेक कराया तो पता चला कि नंबर न्यूजीलैंड का है। इस नंबर को लवदीप सिंह चला रहा है। केस के जांच अधिकारी थाना सिटी के प्रभारी एसएचओ गुरमीत सिंह ने बताया कि मामले को लेकर हर पहलू पर जांच-पड़ताल आरंभ कर दी गई। जल्द जेल में बंद सुखमीत सिंह भिखारी वाला को प्रोडक्शन वारंट पर लाया जा रहा है। दावा किया कि पूछताछ दौरान बड़ा खुलासा किया जा सकता है।
जानिए….सुख किन-किन वारदातों में रहा शामिल
सुक्ख भिखारीवाल का असली नाम सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुक्ख उर्फ सोनी है। वह गुरदासपुर जिले के गांव भिखारीवाल का रहने वाला है। इसके खिलाफ फरवरी 2012 में हत्या के प्रयास के आरोप में पहला आपराधिक मामला थाना तिब्बड़ में दर्ज किया गया था। इसके 8 माह बाद ही सुख ने पुरानाशाला में हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया। इसके अलावा सुक्ख नाभा जेल ब्रेक में भी नामजद है। इसके अलावा सुख 8 से अधिक हत्या करवा चुका है। इनमें 16 अक्टूबर 2020 को तरनतारन के शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या में भी सुख शामिल रहा है।
नाभा जेल ब्रेक कांड में था संलिप्त, 2017 में भगौड़ा करार
दिसंबर 2017 में सुक्ख भिखारीवाल ने दिनदहाड़े गैंगस्टर विक्की गौंडर, ज्ञान खरलांवाल, हरी चठ्ठा मजीठिया, गोपी के साथ मिलकर औजला बाईपास पर पेशी भुगतकर लौट रहे गैंगस्टर हरप्रीत सिंह सूबेदार और सुखचैन सिंह जट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस पर कांग्रेसी नेता ओंकार सिंह उर्फ सोनू बाजवा के घर में अपने गुर्गों से गोली चलाने सहित कई मामले दर्ज हैं। पटियाला जिले के नाभा के थाना कोतवाली में भी नाभा जेल ब्रेक में लिप्त होने का केस दर्ज है। वहीं अमृतसर में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।
हुलिया बदलकर दुबई में रह रहा था सुख
सुख भिखारीवाल लंबे समय से अपना हुलिया बदलकर दुबई में रह रहा था। उसे दिल्ली में पकड़े गए आतंकियों के खुलासे के बाद दुबई स्थित सुख भिखारीवाल के फ्लैट पर छापेमारी की गई, इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया था। अब गुरदासपुर जेल में बंद है।
सुक्ख ने गुर्गों से शिवसेना नेता हनी पर करवाई थी फायरिंग
सुक्ख भिखारीवाल ने फरवरी 2020 में धारीवाल के डडवां रोड पर अंधाधुंध फायरिंग कर शिवसेना नेता हनी महाजन पर अपने गुर्गों से गोलियां चलाई थी। इसमें शिवसेना नेता हनी महाजन के पड़ोसी अशोक कुमार की मौत हो गई थी। हालांकि पंजाब के डीजीपी ने इस मामले को शराब कारोबार से जुड़ा था। उस वक्त जांच में सुख के संबंधी आतंकी हैप्पी पीएचडी से मिले थे। हैप्पी खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का सरगना था। जांच में सामने आया कि भिखारीवाल आतंकी हैप्पी से मिलकर केएलएफ के लिए काम कर रहा था। हैप्पी की मौत के बाद अपने गुर्गों के जरिए पंजाब का माहौल खराब करने का रास्ता अख्तियार कर चुका था।