दुखदायक खबर–लाहौर में सिखों के साथ अत्याचार…पीड़ितों की जुबानी सुन कांप उठी रूह….बेरहमी से पीटा फिर चलाई गोली…अब पुलिस से लेकर सरकार तक नहीं सुन रही पीड़ित परिवार की पुकार

5.5 एकड़ जमीन पर अज्ञात लोग अवैध कब्जा करने की नीयत से हथियारों से लैस होकर आए…..पीड़ित जोर-जोर से मदद के लिए चिल्लाते रहें हर किसी ने कर दिया नजरअंदाज

2 मिनट के वीडियो में पीड़ित बोला…यह किस प्रकार से है आजादी…..स्वतंत्र रहने के लिए उन पर बार-बार किया जा रहा हमला

पीड़ित परिवार पीएसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष तथा अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य से रखता है ताल्लुक 

एसएनई नेटवर्क.लाहौर। 

पाकिस्तान के लाहौर में अल्पसंख्यक सिखों के साथ मुस्लिम समुदाय के हमलावरों ने बेरहमी से हमला कर दिया। हमलावरों के खिलाफ गोली चलाने तथा डंडे से बुरी तरह से पीटने का संगीन आरोप लगा है। आरोप  सिख अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य तथा पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा समिति (पीएसजीपीसी) के पूर्व अध्यक्ष मस्तान सिंह के परिवार के एक सदस्य दिलावर सिंह ने लगाए। बताया जा रहा है कि इस हमले में दो गंभीर रूप से घायल है। घायलों को लाहौर के सरकारी अस्पताल की आपातकालीन वार्ड में दाखिल किया गया। घटनाक्रम मंगलवार की देर सायं का बताया जा रहा है।

इस बारे अधिक जानकारी घायलों के बेहद करीबी जानकार ने अपने ट्विटर अकाउंट में 2 मिनट के ऊपर एक वीडियो को शेयर किया। पुलिस प्रशासन से लेकर सरकार को भी इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। मामला जमीन विवाद से जुड़ा है। पीड़ित परिवार आरोप लगा रहा है कि पिछले दस वर्ष से उन्हें किसी जगह से इंसाफ नहीं मिला। किसी ने उनके प्रति कोई किसी प्रकार से सहानुभूति नहीं जताई। उन्होंने देश की सर्वोच्च न्यायालय से इस मामले को लेकर इंसाफ की गुहार लगाई है। 

मंगलवार की देर सायं मस्तान सिंह के परिवार के सदस्य लाहौर से 80 किलोमीटर दूर एक ग्राम की साढ़े पांच एकड़ जमीन पर गेहूं की कटाई कर रहे थे। मजदूर सहित खुद पारिवारिक सदस्य शामिल थे। इतनी देर में 10-15 की संख्या में अज्ञात हमलावर वहां पर पहुंच जाते है। उनके हाथ डंडे तथा हथियार थे। आते ही हमलावरों ने हवाई फायरिंग शुरु कर दी तथा मस्तान सिंह के पारिवारिक सदस्यों को बुरी तरह से डंडों के साथ पीटना शुरू कर दिया। इस हमले में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए, जबकि, दो को काफी गंभीर चोटें पहुंची।

उन्हें लाहौर के सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया। बताया जा रहा है कि एक घायल के सिर तथा दांतों पर काफी गंभीर चोटें आई।इस दो मिनट के वीडियो में दिलवार सिंह ने साफ तौर पर आरोप लगाए कि हम लोग बिल्कुल यहां पर स्वतंत्र नहीं है। किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं है। साढ़े पांच एकड़ जमीन पर कुछ लोग अवैध कब्जा करना चाहते है। इसके लिए पुलिस प्रशासन तथा सरकार उनका सहयोग कर रही है। पुलिस ने आज तक उनकी एक बार नहीं सुनवाई की। उनके जानमान को नुकसान पहुंचाने का हर बार प्रयास किया जा रहा है। दो माह पहले भी इसी प्रकार से हमला किया था। तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ईटीबीपी पर लगे आरोप

इवेक्यूइ ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीबीपी) पर पीड़ित सिख परिवार ने आरोप लगाए है। उनके मुताबिक, इस मामले को लेकर वह उन्हें लिखित रूप में शिकायत दे चुके है। लेकिन, उन्होंने कभी उनकी शिकायत का निवारण करने में किसी प्रकार से कोई जहमत नहीं की। उल्लेखनीय है ईटीबीपी का गठन भारत-पाकिस्तान के विभाजन उपरांत पाकिस्तान की सरकार ने किया था। इसका कार्य हिंदू तथा सिख अल्पसंख्यक के धार्मिक संपत्तियों तथा उनके तीर्थ स्थल का उचित प्रबंध करना होता है।

कई बार पाकिस्तान सरकार को सुप्रीम कोर्ट से लग चुकी है फटकार

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ बुरा व्यवहार करने तथा उन्हें इंसाफ से वंचित रखने की वजह से पाकिस्तान सरकार को यहां की सर्वोच्च न्यायालय से लेकर विश्व समुदाय से फटकार लग चुकी है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अत्याचार की वजह से वहां पर उनकी जनसंख्या प्रतिशत काफी कम हो चुका है। विश्व मानवता संगठन ने भी अपनी एक रिपोर्ट में, इस बात का विवरण करते हुए गहरी चिंता जताई।  

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