भारत सरकार की किस नीति को राज्य सरकार से लागू करने की मांग की, यह सब जानना , आप सबके लिए क्यों है जरूरी
नितिन धवन.गुरदासपुर।
वर्तमान पंजाब में भी कई ऐसी श्रेणी है। जिन्हें, अभी तक उनके असली अधिकारों से वंचित रखा गया। कह सकते है कि सरकार उनके अधिकारों को नजरअंदाज कर रही है। जिस कारण उनका समाज में उत्थान नहीं हो पाया। इन जातियों की श्रेणी में मसीह भाईचारा भी एक जाति है। जिन्हें पंजाब में अपने असली अधिकारों से वंचित रहना पड़ा रहा है। जबकि भारत सरकार ने इस श्रेणी को पिछड़ी जाति की श्रेणी में डालकर हर प्रकार की संभव मदद दे रही है। नौकरी, शिक्षण संस्थान , मेडिकल जैसी सुविधा ।
हैरान करने वाली बात है कि इन सुविधाओं को लगभग सभी राज्य इस जाति को मुहैया कर रहें है। पंजाब ही सिर्फ ऐसा राज्य है, जिसमें इस जाति को हर सुविधा से वंचित रखा जा रहा है।
क्रिश्चन स्टूडेंट्स फेडरेशन (इंडिया) के संस्थापक सदस्य जोहन पीटर मसीह अपने भाईचारे के हर वो अधिकार, जिसे सरकार की तरफ से प्राथमिकता के तौर पर देना चाहिए, उसके लिए संघर्ष को जारी रखा है।
एक मांग पत्र लेकर नेता जी पंजाब के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के पास अपने भाईचारे के एक शिष्टमंडल से मुलाकात करने के लिए पहुंचे। बाजवा ने मांग पत्र को सही तरीके से पढ़ा तथा आश्वासन दिया की कि वह पंजाब सरकार से बातचीत करके , उनके अधिकारों को राज्य सरकार की तरफ से लागू कराने की पूरी कोशिश करेंगे।
दरअसल, मसीह भाईचारे ओबीसी श्रेणी में आता है। हर सुविधा में इस श्रेणी को 27 फीसद कोटा पारित किया गया। मगर, पंजाब में इनकी प्रतिकूल स्थिति है।