जीएसटी बोगस बिलिंग घोटाला में बड़ा खुलासा-पूर्व नगर सुधार ट्रस्ट चेयरमैन पम्मा के नाम पर भी चल रही थी फर्जी कंपनी

सीजीएसटी टीम के प्रवक्ता ने किया बड़ा खुलासा-बटाला, दिल्ली-बटाला में थी लगभग 6 कंपनियां


नितिन धवन.गुरदासपुर (चंडीगढ़)।

पिछले दौर में बटाला के रहने वाले शिवा सरीन नामक एक व्यापारी को जालंधर की सीजीएसटी टीम ने करोड़ों रुपए की फर्जी बोगस बिलिंग आरोप में पकड़ा था। उस केस में विभाग के एक प्रवक्ता ने बड़ा खुलासा करते कहा कि इस बोगस बिलिंग मामले में  लगभग छह कंपनियां चल रही थी। एक अपराधी शिवा सरीन के पिता पवन पम्मा, मां पिंकी तथा अपराधी की पत्नी नताशा के नाम फर्जी कंपनियां चल रही थी। इससे साफ साबित हो जाता है कि इस घोटाले में अपराधी का पिता पूर्व बटाला नगर सुधार ट्रस्ट का चेयरमैन पवन पम्मा भी कहीं न कहीं इस साजिश में लिप्त था। 


पुख्ता जानकारी के मुताबिक यह घोटाला एक समय में नहीं, बल्कि बड़े लंबे समय से चलने की बात सामने आ रही है। यह फर्जी कंपनियां बटाला तथा दिल्ली में चलती आ रही थी। इन कंपनियों के माध्यम से शिवा सरीन करोड़ों रुपए के फर्जी (बोगस) बिलिंग का घोटाला किया गया। सूत्रों के मुताबिक जांच-पड़ताल दौरान पम्मा तथा उसके परिवार के पहचान-पत्र विभाग ने दिखाए तो उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि शिवा सरीन ने किसी जरुर काम का हवाला देकर उनसे मांगे थे। 


मगर जांच में कहीं न कहीं एक बात स्पष्ट हो जाती है कि शिवा सरीन के घोटाले में पिता तथा उसकी मां-पत्नी का भी पूरा साथ रहा है। जानबूझकर इस केस से बाहर निकलने की वजह से जांच-पड़ताल दौरान विभागीय कार्रवाई में झूठ का हवाला दिए जाने के बात सामने आई। फिलहाल, विभाग भी इस पूरे प्रकरण को लेकर गहनता के साथ अपनी जांट दायरे को आगे बढ़ा रहा है। किसी प्रकार से राजनीति दबाव को सिरे से इंकार किया। 


पम्मा के खिलाफ भी खुल सकती है जांचसूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी मुताबिक पूर्व नगर-सुधार ट्रस्ट (बटाला) चेयरमैन पवन कुमार पम्मा के खिलाफ भी सीजीएसटी विभाग कभी भी दोबारा से जांच शुरु कर सकता है। मिली जानकारी मुताबिक , उन्हें इस केस से संबंधित कुछ प्रमाण पम्मा के खिलाफ हासिल हुए। इसके लिए विभाग का जांच दायरा अब पम्मा की तरफ घूम सकता है। उधर, पम्मा इन सब आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे है तथा बेटे की करतूत के बारे नहीं मालूम होने का हवाला भी दे रहे है।  


अस्पताल दाखिल होने का रचा था ड्रामाकथित अपराधी शिवा सरीन की गिरफ्तारी के बाद ,उसने दिल के दर्द का बहाना बना लिया था। उसके बाद अस्पताल दाखिल कराया गया। जबकि, विभाग ने डॉक्टर की सलाह पर बाद में फिर हिरासत में ले लिया। इस दौरान पम्मा एवं उसके परिवार ने विभाग पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे, जबकि विभाग ने इन आरोपों को सिरे खारिज कर दिया था। 


बैंक में रखा पैसा होगा सीज

पता चला है कि विभाग ने केंद्रीय विभाग को इस पूरे प्रकरण को लेकर एक रिपोर्ट तैयार कर भेज दी। विभाग के पास शिवा सरीन द्वारा इस बोगस बिलिंग में कमाई गई कमाई का पता चला है कि उसे बैंक में सुरक्षित रखा। बैंक अकाउंट डिटेल विभाग के पास हाथ लग चुकी है। कितना पैसा है, उसके बारे फिलहाल विभाग ने कोई आधिकारिक पुष्टि तो नहीं की, इतना जरूर कहा कि सह सारा पैसा जल्द ही सीज कर दिया जाएगा।  

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