एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
अभी-अभी पंजाब की राजनीति से जुड़ी बहुत बड़ी खबर सामने आई है। कोटकपूरा गोलीकांड, आय से अधिक संपत्ति (भ्रष्टाचार के कथित अपराधियों) की पैरवी करने वाले वकील अमरप्रीत सिंह देयोल को नया एडवोकेट जनरल नियुक्त कर दिया। सरकार द्वारा नाम फाइनल करने के बाद अब पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल दुग्गल ने भी इस नाम पर अपने हस्ताक्षर कर दिए। इसका मतलब कि पंजाब के अगले एजी कोटकपूरा गोलीकांड के अपराधियों को बचाने वालों का अधिवक्ता अमरप्रीत सिंह होगें।
फिलहाल, कयास इस बात के भी लगाए जा रहे है कि राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर पंजाब की राजनीति में आने वाले दिनों में नया भूचाल आ सकता है। क्योंकि, विपक्षी पार्टियों में शिअद, भाजपा, आप को यह विरोध करने के लिए एक नया मुद्दा हासिल हो गया। फिलहाल सवाल, इस बात के भी उठ रहे है कि चन्नी सरकार की क्या मजबूरी रही कि एपीएस देओल को पंजाब का एजी बना दिया गया।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कोटकपूरा गोलीकांड में प्रमुख अपराधियों में पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी, पूर्व आईजी परमराज उमरानंगल को अदालत में सजा नहीं दिलाने को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू कैप्टन सरकार के खिलाफ कई बार सवाल खड़े करते रहे है। ऐसे में अब उन पर भी सवाल खड़े होने लाजिमी हो गए है कि क्या एजी पद पर देओल का नाम फाइनल करने से पहले सिद्धू की भी सहमति था या फिर उन्हें इस मामले में नजरअंदाज किया गया।
बताया जा रहा है कि नव-नियुक्त एजी देओल का नाम वर्ष 2017 में भी काफी चर्चा में आया था। इनका एजी बनना लगभग तय था। अहम वक्त पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने बेहद करीबी सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील अतुल नंदा को एजी बना दिया था। कैप्टन के इस्तीफा देने के उपरांत नंदा ने भी एजी पद को छोड़ दिया था।