सिर पर है चुनाव को लेकर किसी प्रकार से हाईकमान नहीं ले सकती कोई बड़ा जोखिम
सिद्धू कि जिद ले डूबी बड़ी-बड़ी उपेक्षा-पहले जाखड़ को प्रदेश अध्यक्ष से हटाया, फिर कैप्टन को सीएम कुर्सी से
अब कार्यकारी डीजीपी तथा एजी को हटाने की जिद पर अड़े
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने के बाद पंजाब कांग्रेस में भीतर ही भीतर क्लेश बढ़ा है। पंजाब प्रदेश अध्यक्ष पद से कांग्रेस हाईकमान को पिछले दिनों एक पत्र के माध्यम से इस्तीफा दे चुके है। हाईकमान की लाख कोशिशें समझाने के बावजूद सिद्धू ने अपना फैसला अटल रखा। आखिरकार कांग्रेस हाईकमान ने भी सिद्धू की प्रदेश कांग्रेस से छुट्टी करने का पूरा मन बना लिया। दिल्ली हाईकमान ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी सहित सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा को अपने पास तत्काल बुला लिया। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक बुधवार सुबह तक पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष का नाम घोषित किया जा सकता है।
पता चला है कि कांग्रेस हाईकमान पंजाब में शेष तीन माह भीतर विधानसभा चुनाव है। ऐसे में कोई बड़ा जोखिम नहीं लेना चाहती है। इसलिए पार्टी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी नए चेहरे को दे सकती है। पता चला है कि इस दौड़ में सांसद बिट्टू का नाम प्रथम स्थान पर चल रहा है , जबकि उसके बाद कुलजीत सिंह नागरा का नाम है। इन दोनों को दिल्ली बुलाया गया है। किसी में से एक का नाम अगले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में घोषित किया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि सिद्धू की जिद तथा बड़ी-बड़ी उपेक्षाएं उन्हें ले डूबी है। पहले पंजाब प्रदेश अध्यक्ष से सुनील जाखड़ को हटाकर खुद प्रदेश अध्यक्ष बन गए। उसके उपरांत पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ बगावती सुर दिखाने शुरू कर दिए। मंत्रियों तथा विधायकों को सीएम अमरिंदर सिंह को हटाने के लिए इन सबको एक पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। आखिरकार, हाईकमान सिद्धू के फैसले के आगे झुक गई तथा सीएम कैप्टन को राज्यपाल के समक्ष इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया।
सिद्धू ने पिछले दिनों एक पत्र लिखकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। इतना ही नहीं, उस पत्र के बाद सिद्धू ने अपनी शर्त रखी की कि नए कार्यकारी डीजीपी इकबाल सहोता, एजी एपीएस देओल को तुरंत हटाया जाए। इस बीच पंजाब के मंत्रियों तथा विधायकों के एक बड़े समूह से लेकर कांग्रेस हाईकमान ने सिद्वू को समझाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किए। किंतु, इन सबके बावजूद सिद्धू अपनी जिद पर अड़े रहे।
आखिरकार मंगलवार को दिल्ली हाईकमान ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को फोन पर सूचित किया कि आप तथा नागरा बिट्टू सहित दिल्ली दरबार में पहुंच जाए। सूत्रों से पक्की खबर के मुताबिक सिद्धू की हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष पद से पक्की छुट्टी करने जा रही है। उनकी जगह नए चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान सौंपने जा रही है।
सिद्ध को पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता
पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी मुताबिक कांग्रेस हाईकमान नवजोत सिंह सिद्धू के रवैये से काफी खफा है। खासकर, गांधी परिवार ने सिद्वू के इस रुख का कड़े शब्दों में निंदा भी की। सूत्रों से मिल रही जानकारी मुताबिक , सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस हाईकमान बड़ा फैसला ले सकती है। इतना ही नहीं, सिद्धू को पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है। अगर सच में कांग्रेस में ऐसा कदम उठाया जाता है तो हाईकमान का अन्य बगावती सुर दिखाने वाले नेताओं में पार्टी का कड़ा संदेश जा सकता है।