जांबाज एवं बहादुर एसटीएफ टीम को सलाम…दो दिन में किया पाकिस्तानी समर्थित नेटवर्क ध्वस्त, भारी मात्रा में हेरोइन सहित आधा दर्जन को किया गिरफ्तार

एसएनई नेटवर्क.अमृतसर/चंडीगढ़।

जांबाज एवं बहादुर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) टीम को सलाम, जिन्होंने दो दिन में पाकिस्तान समर्थित नेटवर्क को ध्वस्त करने में बड़ी सफलता हासिल की। पकड़े गए अपराधियों से करोड़ो की हेरोईन हासिल की गई। इन दो मामलों में एसटीएफ ने लगभग आधा दर्जन की गिरफ्तारी की। 

शुक्रवार की देर रात्रि सुलतानविंड रोड के रहने वाले हरजीत सिंह (बाप) बेटा प्रभादीप सिंह तथा अन्य सहयोगी न्यू प्रताप नगर के रहने वाले सरबजीत सिंह को दबोच लिया। बाप-बेटा की गिरफ्तारी तारा वाला पुल के पास बताई जा रही है। कार की सीट में छुपा कर रखी गई साढ़े तीन किलोग्राम हेरोईन बरामद हुई। अदालत में पेश कर दिया गया। एसटीएफ को 3 दिन की न्यायिक हिरासत मिल चुकी हैं।  

प्राथमिक जांच पड़ताल में सामने आया कि इन तीनों कथित अपराधियों के तार पाकिस्तान के एक कुख्यात तस्कर के साथ जुड़े हैं। फिलहाल, पाकिस्तान तस्कर के नाम की अभी पुष्टि नहीं की गई। बताया जा रहा है कि इस नेटवर्क को ध्वस्त करने में दो जांबाज डीएसपी अदिकारी वरिंदर महाजन एवं अरुण शर्मा का अहम रोल रहा है। पिछले कुछ दिन से दोनों अधिकारी इस नेटवर्क को चलाने वाले तस्करों पर ट्रेप लगा कर बैठें थे। आखिरकार, उन्हें इस काम में सफलता हासिल हो ही गई। आगे सप्लाई किन को करने जा रहे थे। फिलहाल, इस बारे अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया। लेकिन, शुरुआती जांच में पाकिस्तानी तस्कर का इस खेप के साथ नाम जुड़ रहा हैं। 

जांच-पड़ताल में सरहद के पास ग्राम के रहने वाले कुछ लोगों के इस केस के साथ जुड़ रहे है। सूत्रों से पता चला है कि इन्हीं लोगों के माध्यम से शहर में हेरोइन पहुंची। हैरान करने वाली बात सामने आई है कि कथित अपराधियों के खिलाफ पूर्व कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं हैं। गौर करने वाली बात है कि फिर वे लोग इस धंधे में कैसे लिप्त हो गए। हालांकि, एसटीएफ बता रही है कि यह नेटवर्क काफी लंबा होता है। उसकी तह तक पहुंचने में समय लग जाता है। आगे जो भी होगा, इसकी पूरी जानकारी मुहैया कराई जाएगी। 

लगभग 15 दिन से चल रहा था काम

सूत्रों से पता चला है कि स्पेशल टास्क फोर्स पिछले 15 दिन से पाकिस्तान समर्थित नेटवर्क पर काम कर रही थी। उनकी एक-एक कड़ी पर नजर रखी जा रही थी। बताया जा रहा है कि इन दोनों केस में आत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल भी किया गया। इसी के आधार पर इन्हें पकड़ने में आसानी हुई। पंजाब पुलिस निदेशक वीके भांवरा एसटीएफ टीम की कार्यशैली से काफी खुश है, उन्होंने टीम की सफलता को लेकर बधाई भी दी। 

ऐप चलाने वाले छात्र को डिस्चार्ज कराएगी एसटीएफ

पकड़े गए छात्र को एसटीएफ डिस्चार्ज कराने में जुट गई। फिलहाल, छात्र जुविनाइल केंद्र में है। एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि इस केस में छात्र की कोई खास भूमिका नहीं थी। उसे जिस्चार्ज कराने के लिए अदालत में अर्जी दी जाएगी। जीवन में सुधार के लिए नया अवसर छात्र को मिलेगा। बताया जा रहा है कि छात्र पकड़े गए कथित अपराधियों की ऐप के माध्यम से पाकिस्तानी समर्थित आतंकियों से बाचतीत कराता था।  

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