एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
सिद्वू मूसेवाला की हत्या उपरांत कुख्यात गैंगस्टरों में आपसी जुबानी जंग छिड़ चुकी हैं। प्रतिदिन प्रत्येक गैंग का सरगना जेल में ही अपने फेसबुक पेज पर लाइव होकर लारेंस बिश्नोई को मूसे वाला की हत्या करने का अब अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दे रहा हैं। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंजाब-हरियाणा सहित पांच राज्यों में बड़ी गैंगवार हो सकती हैं। हालांकि, पुलिस इस बात को हलके में न लेते हुए अलर्ट मोड पर हैं। इसके लिए खुफिया विभाग की मदद ली जा रही हैं। गैंगस्टरों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही हैं। गैंगस्टरों की धरपकड़ काफी तेजी से हो रही हैं। कई गैंगस्टरों को एसटीएफ एवं पुलिस ने दबोच लिया। कड़ाई से पूछताछ जारी है। एक अनुमान के मुताबिक इन पांच राज्यों में लगभग एक दर्जन के गैंग काफी सक्रिय हैं। मूसे वाली की हत्या उपरांत सभी गैंग का लारेंस बिश्नोई के खिलाफ काफी गुस्सा हैं। बदले की आग को बुझाने के लिए जेल से ही नई-नई रणनीति बनाई जा रहीं है। लारेस बिश्नोई के गुर्गों को ठोकने के लिए प्रत्येक गैंग घात लगाकर बैठा है। अंदेशा इस बात का जताया जा रहा है कि फिर से खून की होली खेली जाने वाली हैं।
इस समय पांच राज्यों में सबसे सक्रिय गैंग लॉरेंस बिश्नोई है। गैंग में 600 शार्प शूटर की कुल संख्या है। जेल से इशारा मिलने पर बाहर बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया जाता हैं। फिलहाल, इस गैंग के गुर्गे अन्य 9 गैंग के सदस्यों की राडर पर आ चुके हैं। उक्त गुर्गों की रेकी हो रही हैं। सूत्रों से पता चला है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों में मौत का खौफ , इस कदर बढ़ चुका है कि उन्होंने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करना शुरू कर दिया। कुछ गुर्गे भूमिगत हो चुके हैं। कईयों ने बाहर का पलायन कर लिया। फेसबुक पर गुर्गों को अन्य गैंग के गुर्गों से जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरु हो गई। मूसेवाला की मौत का बदला लेने की होड़ मच चुकी हैं।
उधर, पुलिस जेल के भीतर गुर्गों पर कड़ी नजर रख रही हैं। उनकी हर मूवमेंट को सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से देखा जा रहा हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर खुफिया एजेंसियों की मदद ली जा रही हैं। संदिग्धों के मोबाइल फोन तथा फेसबुक अकाउंट पर ट्रेप लगाया गया हैं। इस पर साइबर सेल, विशेषज्ञ तकनीक टीम काम कर रही हैं। पल-पल की जानकारी विभाग एक दूसरे के साथ साझा की जा रही हैं। इस प्रकार के शिकंजे से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में गैंगवार के आपसी खून-खराबे का टकराव बढ़ सकता है। अगर ऐसा संभव होता है तो इन राज्यों में हालात बिगड़ सकते हैं।
बताया जा रहा है कि इन राज्यों की पुलिस एक-दूसरे के संपर्क में है। एक-दूसरे के साथ आपसी जानकारी साझा की जा रही हैं। सूत्रों से पता चला है कि पांच राज्य के पुलिस निदेशक की आपस में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक होने जा रही हैं। उसमें रणनीति बनाकर गैंगवार की आशंका को समाप्त किया जा सकता है। उनकी धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है। फिलहाल सामने आया है कि लगभग 30 को अलग-अलग राज्यों से हिरासत में लिया गया। उनसे जारी पूछताछ में कई कंडिया आपस में जुड़ रही हैं। इससे पुलिस को काफी हद तक सफलता भी हासिल हो रही हैं। अब देखना होगा कि पुलिस इन राज्यों में बड़ी गैंगवार की आशंका को समाप्त कर पाती है या फिर जेल में बंद गैंगस्टर पुलिस एवं खुफिया की रणनीति को फेल कर देते हैं।
कौशल की गीतकार औलख को धमकी
हरियाणा का रहने वाला कुख्यात गैंगस्टर कौशल चौधरी ने अपनी फेसबुक पेज पर पंजाबी गीतकार मनकीरत औलख के साथ लॉरेंस बिश्नोई के साथ खींची गई एक फोटो शेयर करते लिखा है कि तू तो कह रहा है कि मेरा कोई लॉरेंस बिश्नोई के साथ संबंध नहीं है। मगर फोटो में तू उसके साथ दिखाई दे रहा है। उसने साफ तौर पर धमकी दी है कि मूसेवाला की मौत का बदला जरूर लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि पुलिस के साइबर सेल ने इस पोस्ट पर कार्रवाई शुरू कर दी। प्रोडक्शन वारंट पर पुलिस जल्द ले सकती हैं।
यह गैंग हुए एकजुट
लारेंस बिश्नोई से बदला लेने के लिए 5 राज्यों के लगभग 9 गैंग एकजुट हो गए है। इस बात का प्रमाण फेसबुक पर पोस्ट डाल कर लारेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों को मौत के घाट उतारने की धमकी से मिल जाता हैं। दविंदर बंबीहा ग्रुप (पंजाब), टिल्लू ताजपुरिया गैंग (दिल्ली) कौशल चौधरी ग्रुप (हरियाणा), गौंडर ग्रुप (पंजाब), शेरा खुब्बन ग्रुप (पंजाब), भूपी राणा ग्रुप (यूपी), नीरज बवाना ग्रुप (दिल्ली) हैं। इन गैंगस की हर गतिविधि पर 5 राज्यों की पैनी नजर रख रही हैं। इन पर शिकंजा कसने के लिए कईयों को हिरासत में ले लिया गया।
बिश्नोई-बवाना ग्रुप में तेज हुई वार
पांच राज्यों में इस समय 2 दो गैंग काफी सक्रिय हैं। इनमें लॉरेंस बिश्नोई एवं दिल्ली का बवाना ग्रुप है। लारेंस बिश्नोई के पास 600 शार्प शूटरों की संख्या हैं, जबकि बवाना के पास 500 से ऊपर संख्या हैं। इन दोनों के बीच रंगदारी को लेकर कई बार इनके गुर्गे एक-दूसरे के साथ मारपीट एवं मौत के घाट उतार चुके है। एक बड़ी बात सामने आई है कि बिश्नोई शराब के धंधे में अपना नेटवर्क जमाना चाहता है, जबकि बवाना गैंग उसके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दे रहा है। इस बात को लेकर दोनों गैंग के गुर्गों के बीच दिल्ली एनसीआर में गोलीबारी हुई थी। संदेश मोबाइल के माध्यम से जेल से मिल जाता हैं।