बर्खास्त मंत्री सिंगला ईडी की रडार पर…….रिकॉर्ड की गई ऑडियो क्लिप जांच के तौर पर अहम सबूत

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़। 

पंजाब के बर्खास्त स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर आ गए हैं। ईडी ने इस पूरे प्रकरण को धन शोधन निवारण अधिनियम से जोड़कर जांच शुरू कर दी है। ईडी अभी तक स्टिंग ऑपरेशन में रिकॉर्ड की गई ऑडियो क्लिप को महत्वपूर्ण सबूत बता रही है। 

प्राथमिक जांच के लिए सिंगला के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर की कॉपी का भी ईडी के अधिकारी अध्ययन कर रहे हैं। ईडी के निशाने पर आने के बाद पंजाब के बर्खास्त स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला की मुश्किलें और बढ़ा गई हैं। ईडी के सूत्रों के मुताबिक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान रिकॉर्ड की गई ऑडियो क्लिप, जिसमें सिंगला के विशेष अधिकारी (ओएसडी) को मंजूर सरकारी निविदाओं पर शुकराना (कमीशन) मांगते हुए सुना गया है, जांच के लिए महत्वपूर्ण सबूत है।

मंत्री के ओएसडी ने मांगी थी ठेकेदार से करोड़ों रुपये की रिश्वत
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि यदि कोई ठेकेदार ऑडियो क्लिप में सरकारी ठेके देने के बदले में भुगतान किए जाने को लेकर बात कर रहा है तो यह मामला प्रवर्तन निदेशालय के अंतर्गत आता है। ईडी ऐसे मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर सकती है। अब सिंगला के मामले में भी मंत्री के ओएसडी ने ठेकेदार से करोड़ों रुपये की मोटी रकम की मांग की थी और सौदा रुपये में किया गया।

चन्नी के भतीजे हनी प्रकरण का दिया हवाला
सिंगला प्रकरण को लेकर ईडी के सूत्रों ने हाल ही में अवैध रेत खनन में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी का हवाला दिया। ईडी ने इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत इसमें हनी की गिरफ्तारी की थी। ईडी सूत्रों ने कहा कि 2018 में दर्ज प्राथमिकी में हनी का नाम तक नहीं था। हालांकि हनी ने बाद में ईडी के सामने स्वीकार किया कि उसने अवैध रेत खनन और अधिकारियों के तबादले से पैसा कमाया है।

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