मुख्यमंत्री-राज्यपाल आमने-सामने, मान ने पुरोहित को लिखा पत्र, क्यों आप हर कार्य में कर रहे दखलअंदाजी, लोग आहत

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

लगता है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के बीच की दूरियां घटने की बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। पूर्व में विधानसभा सत्र को लेकर, अब नया विवाद पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की नियुक्ति को लेकर खड़ा हो गया। एक तरफ राज्यपाल वीसी की नियुक्ति को लेकर असंतुष्ट दिखाई दे रहे है, जबकि, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को एक पत्र लिखकर साफ तौर पर स्पष्ट किया है कि वाइस चांसलर की नियुक्ति पंजाब एवं हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की धारा-170 के तहत की गई। साफतौर पर कहा है कि इसमें किसी मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल की कोई अहम भूमिका नहीं होती हैं। 

त्र में साफतौर पर लिखा गया की कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार को प्रदेश की जनता ने भारी बहुमत से विजय दिलाई। विधानसभा में उनके 92 विधायक हैं। सदन पूर्ण बहुमत हैं, फिर क्यों आप (पंजाब के राज्यपाल) दखलअंदाजी  कर रहे हैं। यह कुछ समय से निरंतर जारी हैं। इससे पंजाब के लोग काफी आहत हैं। 

पत्र में यह बात भी दोहराई गई

मुख्यमंत्री मान ने साफतौर पर कहा कि पूर्व में वाइस चांसलर डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों थे। तब उनकी नियुक्ति की स्वीकृति तो नहीं  राज्यपाल से ली गई थी। समय-समय पर वीसी नियुक्ति हुए। कभी नहीं राज्यपाल से स्वीकृति लेने की आवश्यकता पड़ी।  इस बार डॉक्टर सतबीर सिंह गौशल को भी पहले की तरह कानून के अनुसार नियुक्त किया गया है। डॉक्टर सतबीर सिंह गौशल जाने-पहचाने विद्वान और सम्माननीय पंजाबी सिख हैं। ऐसे व्यक्ति को हटाने के आपके आदेशों पर पंजाबियों में भारी गुस्सा है।


आपने यहां-यहां डाली रुकावट
मान ने साफ तौर पर कहा कि आपने पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने में विघ्न डाली। फिर बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वीसी की नियुक्ति रद्द की और अब आप पीएयू के वीसी की नियुक्ति रद्द करने के आदेश दे रहे हैं।


दिन-रात कर रहा हूं काम
सीएम मान ने कहा कि लोगों ने बहुत उम्मीद से हमारी पार्टी की सरकार बनाई है। मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए दिन-रात काम कर रहा हूं। ऐसे में जब कोई व्यक्ति लोगों की सरकार के कार्यों में रुकावट पैदा करता है तो लोग बर्दाश्त नहीं करते।


गलत काम करवाने वालों की बातें नहीं सुने


भगवंत मान ने गवर्नर को लिखा कि “मैं आपको कई बार मिला हूं, मुझे आप बहुत ही भले और नेक व्यक्ति लगे हैं। आप ऐसे काम अपने आप नहीं कर सकते। आपको यह सब गलत और गैर-संवैधानिक काम करने के लिए कौन कहता है। आप उनकी बात क्यों मानते हो। वह पीठ पीछे रहते हैं, बदनाम आप होते हो।  मेरी आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि कृपया उन लोगों की बातें न सुने, जो आपसे ऐसे गलत काम करवा रहे हैं।” स्पष्ट है कि यह पंजाब का भला नहीं चाहते कृपा करके आप चुनी हुई सरकार को अपना काम करने दें।

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