पहले थी परमिंदर सिंह ढींडसा और अरविंद खुराना के नाम पर चर्चा…..अब भाजपा खेलने जा रही बड़े हिंदू चेहरे के नाम पर दाव
एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
संगरूर लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर चुनाव निर्वाचन आयोग कभी भी समय तथा तारीख घोषित कर सकती है। इस बात को प्रमुख्ता से लेते हुए संगरूर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारी में अभी से भाजपा जुट गई है। क्योंकि, प्रथम बार भाजपा इस सीट से संसदीय उपचुनाव लड़ने जा रही है। चर्चा इस बात की चल रही है कि इस सीट से भाजपा सुनील जाखड़ को चुनाव मैदान में उतार सकती है। मजबूत प्रत्याशी के तौर पर जाखड़ को इस सीट पर जीत को सुनिश्चित बनाने में काफी प्रबल दावेदार भी है। जल्द ही पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश भर और संगरूर लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों में अपने फैसले पर फीडबैक लेने जा रहा है। अभी तक कांग्रेस पंजाब में जाखड़ को हिंदू चेहरे के रूप में इस्तेमाल करती आ रही है।
दिसंबर में होने वाले संगरूर लोकसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा बेहद गंभीर है। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लगातार निकाय चुनाव और उपचुनाव को लेकर पंजाब में अपनी सक्रियता बना रखी है। हाल ही में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया ने निकाय और संगरूर उपचुनाव को लेकर पंजाब के कई जिलों का दौरा किया था। वहीं चंडीगढ़ में सभी मोर्चों के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की थी।अभी तक चर्चा ढींडसा और अरविंद खुराना के नाम पर चल रही थी।
अभी तक पार्टी में परमिंदर सिंह ढींडसा और अरविंद खुराना के नाम पर चर्चा चल रही है। जाखड़ के पार्टी में शामिल होने के बाद अब पार्टी को बड़ा हिंदू चेहरा मिल गया है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि जाखड़ को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही राज्य के सभी जिलों और संगरूर लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने की तैयारी कर रही है। उन्होंने बताया कि यदि जाखड़ के उपचुनाव का चेहरा बनाया जाता है तो पार्टी को विजय हासिल होना तय है।
भाजपा पहली बार लड़ेगी संगरूर चुनाव
इतिहास इस बात का साक्षी है कि पंजाब में भाजपा संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव कभी नहीं लड़ी है। गठबंधन में रहे पूर्व सहयोगी शिअद इस सीट पर चुनाव लड़ती आई। सुखदेव सिंह ढींढसा, इस सीट पर कई बार चुनाव जीत चुके है। बताया जा रहा है कि ढींढसा परिवार का इस क्षेत्र में काफी अच्छा रसूख है। लेकिन, जाखड़ का भाजपा में आ जाने से अब पार्टी जाखड़ को जहां से संसदीय उप चुनाव में लड़ा सकती है।
कौन-कौन से है क्षेत्र
संगरूर लोकसभा क्षेत्र में संगरूर, लहरागागा, सुनाम, धुरी, मलेरकोटला और अहमदगढ़ शहर क्षेत्र शामिल हैं। शहरी क्षेत्र होने के कारण भाजपा यहां मजबूत जनाधार मान रही है। बताया जा रहा है कि शहरी क्षेत्र में हिंदू मतदाता काफी संख्या में है। हिंदू मतदाता भाजपा का सक्रिय बोट बैंक है, इसलिए जाखड़ जैसे हिंदू चेहरे को मैदान में उतार कर भाजपा इस सीट पर अपनी जीत को सुनिश्चित बनाना चाहती है।
संगरूर में कितने है कुल मत….जानिए, इस रिपोर्ट में
संगरूर संसदीय क्षेत्र में नौ विधानसभा क्षेत्र मलेरकोटला, धुरी, संगरूर, सुनाम, दिड़बा, लहरागागा, बरनाला, भदौड़ और महल कलां आते हैं। इन नौ विस क्षेत्रों में कुल 12 लाख 9 हजार वोट विधानसभा चुनाव में डाले गए और इनमें 6 लाख 43 हजार से ज्यादा वोट आप को हासिल हुए। जोकि कुल वोट का करीब 54 फीसदी से अधिक बनता है। कांग्रेस को दो लाख 18 हजार, अकाली दल को एक लाख 41 हजार, भाजपा गठबंधन को 86 हजार और अकाली दल अमृतसर को करीब 76 हजार वोट मिले थे।
सुनील जाखड़ के राजनीति जीवन से जुड़ी अहम जानकारियां
1) पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ के बेटे हैं सुनील जाखड़।
2) वर्ष 1954 में जाखड़ परिवार में सुनील का हुआ जन्म हुआ। बचपन से ही राजनीति का हर पाठ परिवार से सीखा।
3) वर्ष 2002-2017 तक अबोहर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार कांग्रेस के विधायक रहें।
4) 2017 में अबोहर से विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी से जाखड़ को हार मिली थी।
5) दिवंगत सांसद विनोद खन्ना के निधन के बाद 2017 में कांग्रेस की टिकट पर गुरदासपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव जीता।
6) 2017 में जाखड़ को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
7) 2019 में गुरदासपुर सीट से फिर लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा।