वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर।
यहां से बहुत बुरी खबर सामने आई। दो युवकों को आतंकियों ने अपनी गोली से भून डाला। वारदात को अंजाम श्रीनगर में दिया गया। दोनों युवक पंजाब के जिला अमृतसर के गांव चमियारी के रहने वाले है। परिवार का मातम का माहौल है। हर किसी की आंखें नम है। दोनों पेशे से लकड़ी काम करते है। आर्थिक रूप से काम कमजोर बताए गए। सरकार ने पीड़ित परिवार को 2-2 लाख की आर्थिक मदद की। देर सांय अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गांव चमियारी के रहने वाले अमृतपाल सिंह तथा रोहित मसीह पक्के दोस्त थे। दोनों ही लकड़ी का काम जानते थे। उन्हें श्रीनगर में काम करने का अवसर मिला। मंगलवार को श्रीनगर चले गए। वहां पर आतंकियों ने दोनों को गोलियों से भून डाला। मौके पर अमृतपाल ने दम तोड़ दिया, जबकि, लहूलुहान हालत में रोहित मसीह को अस्पताल ले जाया। इलाज दौरान उसकी भी मृत्यु हो गई।
वीरवार को श्रीनगर पुलिस दोनों के शव लेकर गांव चमियारी पहुंची। परिवार शव देखकर एक-दूसरे साथ बिलखने लग पड़ा। हर तरह मातम छा गया। हर किसी की आंख नम हो गई। बताया जा रहा है कि शव के अंतिम संस्कार दौरान पाठी की आंखों में भी आंसू छलकने लगें। पंजाब सरकार ने पीड़ित परिवार को 2-2 लाख के चेक भेंट कर उनके साथ हर मुश्किल घड़ी में खड़ा रहने का आश्वासन दिया।
दोनों ही परिवार के दुलारे
बताया जा रहा है कि मरने वाले युवक अपने-अपने परिवार के दुलारे थे। अमृतपाल सिंह 5 भाई-बहनों में सबसे छोटा था। 12वीं करने के उपरांत लकड़ी का काम करने लग पड़ा। मसीह की एक बहन भी है जोकि 10वीं कक्षा में पढ़ती है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। पीड़ित परिवार ने देश के प्रधानमंत्री से इंसाफ की मांग की।