MAYOR बनने से पहले POLITICAL DRAMA…..फगवाड़ा के 3 महिला पार्षदों के खिलाफ F.I.R, इसके पीछे रहा यह REASON

वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़। 

फगवाड़ा में निगम मेयर चुनने से पूर्व एक बहुत बड़ा राजनीति ड्रामा सामने आया है। पता चला है कि यहां के 3 महिला कांग्रेस पार्षद के पतियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया। 

जानिए, किस आरोप में किस-किस के खिलाफ दर्ज हुआ मामला

चूंकि, वार्ड नंबर 15 से कांग्रेसी पार्षद परमजीत कौर वालिया के पति गुरजीत पाल वालिया, वार्ड नंबर सात से कांग्रेसी पार्षद पिंकी भाटिया के पति मुकेश कुमार भाटिया और वार्ड संख्या पांच की कांग्रेसी पार्षद दीप माला के पति धीरज घई पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

बताया जा रहा है कि यह एफआईआर गुरजीत पाल वालिया के खिलाफ बिना लाइसेंस के आईलैटस सेंटर चलाने और मुकेश भाटिया के खिलाफ विदेश भेजने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने और धीरज घई पर कबाड़ की दुकान की आड़ में चोरी का सामान खरीदने के आरोप में दर्ज की गई हैं।


गौरतलब है कि फगवाड़ा नगर निगम के मेयर पद के पद पर कांग्रेस का कब्जा तय माना जा रहा था क्योंकि 50 सीटों वाले फगवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस 22 सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी और एक आजाद पार्षद के भी कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनकी संख्या 23 हो गई थी। कांग्रेस ने यह चुनाव बसपा के साथ गठबंधन में लड़ा था तो बसपा की भी 3 सीटें मिला कर कांग्रेस बहुमत के लिए 26 सीटों का आंकड़ा आसानी से छू रही थी। वहीं विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल की भी एक सीट कांग्रेस के खाते में ही जुड़ने से यह आंकड़ा 27 तक पहुंच रहा था जिससे कांग्रेस को अपना मेयर बनाने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं दिखाई दे रही थी।

आप बनाना चाहती है खुद का मेयर  


वहीं केवल 12 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली सत्तारूढ़ पार्टी आप भी तरह अपना मेयर बनाना चाहती थी। वह इसके लिए पिछले एक महीने से जोड़ तोड़ में जुटी हुई थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाई थी। कांग्रेसी पार्षदों पर दबाव बनता देख हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने सभी पार्षदों को हिमाचल प्रदेश के किसी गुप्त इलाके में भेज दिया था ताकि आप उन पर कोई दबाव ना बना पाए। लेकिन इसके बावजूद आज पुलिस द्वारा तीन महिला कांग्रेसी पार्षदों के पतियों पर केस दर्ज कर दिया गया है और इसे आप की दबाव की राजनीति के रूप में ही देखा जा रहा है।

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