वरिष्ठ पत्रकार.दिल्ली।
दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। लगातार 2 घंटा केजरीवाल से ईडी टीम ने पूछताछ की। विभागीय सूत्रों से पता चला है कि केजरीवाल उनके किसी जवाब का उत्तर ठीक ढंग से नहीं दे पाए। मामला, शराब नीति घोटाला से जुड़ा है। सूत्रों से पता चला है कि ईडी को इस केस में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज हासिल हुए। फिलहाल, इस बारे कोई किसी प्रकार से अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। सारा इलाके की निगरानी ड्रोन के माध्यम से की जा रही है। बताया जा रहा है कि मामला काफी गंभीर तथा राजनीति से जुड़ा है। किसी प्रकार के बवाल से पूर्व ही अत्याधुनिक तरीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। उधर, आप के कई वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री के समर्थन में उतर आए है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एक प्रकार से ईडी भाजपा के इशारे पर केजरीवाल के खिलाफ जुर्म कर रही है। लेकिन, भाजपा आप के आरोपों का खंडन करते हुए इसे ईडी की कार्रवाई बता रही है।
दरअसल, पिछले दिनों ईडी ने अदालत समक्ष कहा था कि अरविंद केजरीवाल उनके एक भी समन का जवाब नहीं दे रहे है। पता चला है कि केजरीवाल को शराब नीति घोटाला में लगभग ईडी ने 1 दर्जन के करीब समन भेज कर सवाल जवाब के उपस्थित होने के बुला था। लेकिन, उन्होंने हर बार समन को नजरअंदाज किया। आखिरकार , अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए। पता चला है कि टीम ने देर शाम केजरीवाल के सरकारी आवास पहुंचे। उनसे 2 घंटा लगातार पूछताछ हुई। किसी भी उत्तर का जवाब नहीं दे पाए। पुलिस ने आसपास के इलाके की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया है, ताकि गिरफ्तारी के दौरान किसी प्रकार से टीम के कार्य में कोई किसी प्रकार से विघ्न नहीं डले। सुबह केजरीवाल को ईडी अदालत में पेश कर सकती है। टीम इस बात की मांग कर सकती है कि उन्हें केजरीवाल की न्यायिक हिरासत हासिल हों। क्योंकि, कई सवाल शराब घोटाले के साथ संबंधित है, जिसका जवाब मिलना अभी शेष है। बता दें कि ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी कविता को गिरफ्तार किया था। फिलहाल, ईडी की कस्टडी में है। लगातार सवाल जवाब जारी है।
कानूनी टीम पहुंची सर्वोच्च न्यायालय
आप पार्टी के सूत्रों से पता चला है कि उनकी एक लीगल टीम सर्वोच्च न्यायालय याऩी सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है। उनका इरादा है कि अपील कर केजरीवाल को जमानत ली जाए। लेकिन, कानून सलाहकार इस बात को लेकर सहमत नहीं है। उनका मानना है कि केजरीवाल को इस मामले में जमानत अदालत इतनी जल्द नहीं दी सकती है। क्योंकि, इस मामले के तार पूरे देश के कई हिस्सों से जुड़े है। अब तक कई बड़े राजनेता तथा कारोबारी जेल के भीतर है। किसी को जमानत नहीं मिली है। ईडी के पास मजबूत सबूत होने की वजह से अदालत अब तक किसी को जमानत नहीं दे पाई।
..ऐसे पता चला था घोटाला
दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल ने सबसे पहले इस घोटाले के प्रति आवाज उठाई थी। उन्होंने मामले की जांच पूर्व पुलिस टीम को दी थी। टीम की स्पेशल टीम ने इस केस में बताया था कि तार काफी लंबे जुड़े है। मामला केंद्र सरकार तक पहुंचा तो जांच ईडी को सौंपी गई। ईडी ने अपनी जांच पड़ताल में पाया कि शराब नीति में बहुत बड़ा घोटाला हुआ। इसमें राजनीति से जुड़े लोगों ने देश के बड़े-बड़े शराब कारोबारियों को काफी फायदा पहुंचाया। नियमों की पूर्ण रुप से उल्लंघन हुई। सबसे अधिक आप पार्टी के बड़े नेता शामिल थे। कई नेता जेल की सलाखों के पीछे है। अब केजरीवाल भी उनका साथ निभाने के लिए जेल में पहुंच रहे है।
मान ने बोला…….सच्चाई नहीं होगी खत्म
भगवंत मान ने कहा कि सच्चाई को कभी दबाया नहीं जा सकता, कभी उसे खत्म भी नहीं किया जा सकता है। राजनीति शरण लेकर ईडी का दुरुपयोग किया गया। जानबूझकर आप के मुख्यमंत्री को फंसाया गया। जल्द वह जेल से बाहर आएंगे। दुनिया सब जानती है कि सच्चाई क्या है, जनता केजरीवाल तथा आप पार्टी के साथ है।
जेल से चलेगी सरकार
आप के शराब नीति घोटाले को लेकर कई मंत्री जेल में है। अब केजरीवाल को भी जेल भेज दिया गया। पता चला है कि अब जेल से दिल्ली के सरकार चलेंगी। कोशिश इस बात की भी हो रही है कि केजरीवाल को जमानत दिलाई जाए। इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय लीगल टीम पहुंच गई। उनका पक्ष रखने के लिए लंबी बहस हो सकती है।