अनिल भंडारी.अमृतसर।
लंबे समय से पंजाब की जवानी के खून में चिट्टा घोल रहा था चिट्टे का कुख्यात तस्कर जगजीत सिंह उर्फ जग्गी, अब पुलिस के कड़े प्रयासों की वजह से हेरोइन से कमाए पैसे की संपत्ति को दिल्ली की सरकारी अथॉरिटी से मंजूरी लेकर संपत्ति को सीज कर दिया गया। इस बात की जानकारी पुलिस आयुक्त विक्रम जीत दुग्गल ने अपने जारी किए प्रेस विज्ञप्ति में दी। इस पूरे कार्य को सिरे चढ़ाने के लिए अमृतसर पुलिस के जांबाज अधिकारियों की अहम भूमिका रही। इसमें डीसीपी (डी) मुखविंदर सिंह भुल्लर , एडीसीपी जुगराज सिंह, एडीसीपी संदीप कुमार मलिक, थाना छेहरटा के प्रभारी एसएचओ सुखबीर सिंह का नाम इस टीम में विशेष रूप से शामिल है। इस पूरे प्रकरण की तरफ देखा जाए तो अमृतसर पुलिस की बहुत कामयाबी है।
अधिक जानकारी देते पुलिस आयुक्त ने बताया कि कुख्यात नशा तस्कर जगजीत सिंह उर्फ जग्गी निवासी गांव हवेलिया , जिला तरनतारन का रहने वाला है। उसके पाक के रहने वाले हेरोइन तस्करों के साथ संबंध थे। अमृतसर में उक्त अपराधी के खिलाफ लगभग आधा दर्जन के करीब एनडीपीएस एक्ट के अधीन मामले दर्ज थे। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी बुरी कमाई से बनाई गई संपत्ति को चिन्हित किया। उसकी संपत्ति की सारी रिपोर्ट बनाकर पुलिस की टीम ने दिल्ली अथॉरिटी को सौंपी गई। उन्होंने इस सारी संपत्ति का मूल्यांकन किया। इसका मार्केट रेट 90 लाख रुपए के करीब बना है, जिसे पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई करते संपत्ति को सीज कर दिया।
पुलिस के मुताबिक कुख्यात तस्कर की छेहरटा तथा पैराडाईज कालोनी में अलीशान कोठी है। जिसमें उसके रिश्तेदार ठाठ बाठ की जिंदगी व्यतीत करते थे। पुलिस ने इसका पता लगा कर , इसे कानूनी दायरे के तहत कार्रवाई कर दी। इस कार्य के लिए टीम के इंस्पेक्टर थाना छेहरटा के एसएचओ सुखबीर सिंह ने तस्कर की संपत्ति का पता लगाने में अहम भूमिका निभाई।
पुलिस दावा कर रही है कि कुख्यात तस्कर जगजीत सिंह के अन्य संपत्तियों के बारे भी पता लगाया जा रहा है, ताकि उनको भी अटैच किया जा सके।