पुलिस ने खारिज किए आरोप-दावा-जल्द गिरफ्त में होंगे गुनाहगार शहीदां साहिब गुरुद्वारा के पास हुई वारदात
-इलाके में है दहशत का माहौल
अनिल भंडारी .अमृतसर।
शहीदां साहिब गुरुद्वारा साहिब के पास एक महिला के हाथ से पर्स छीन लेने के मामले में पुलिस द्वारा पीड़ित महिला की सुनवाई नहीं करने के आरोप लगे है, जबकि पुलिस ने इन आरोप को सिरे से खारिज करते जल्द ही गुनहगारों को सलाखों के पीछे धकेलने का भरोसा दिया। मामला वीरवार की रात का है।
पीड़ित महिला अलका श्री मुक्तसर साहिब के गोनियाना सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की अध्यापिका है। वारदात के समय आटो पर सवार होकर पति के साथ रंजीत ऐवन्यू क्षेत्र जा रहे थे। वारदात देने वाले बाइक सवार दो नकाबपोश अज्ञात युवक थे। इस वारदात से एक प्रकार से जिला पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन सिंह गिल की पुलिस पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि शहर में छीना झपटी करने वालों के हौसले कितने बुलंद है।
जिला श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाली अलका ने स्थानीय पुलिस को शिकायत देने के बाद शुक्रवार को असंतुष्ट दिखी। सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी सच्चाई बयां करते कहा कि रात से ही उन्हें पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान होना पड़ा। आरोप लगाए कि पुलिस ने पहले तो उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। आरोप लगाए कि सुबह फिर पति सहित थाना पहुंची तो उन्हें एक घंटा बैठाए रखा। विरोध करने पर शिकायत दर्ज कर ली गई। पुलिस को सरेआम चेतावनी देते कहा कि उनका पैसा पूरी जिंदगी की मेहनत का था। अगर गुनहगारों को ढूंढ कर पैसे वापिस लौटाने में पुलिस कामयाब नहीं रही तो वह थाना के समक्ष धरना देंगे।
उसने बताया कि वीरवार रात शहीदां साहिब गुरुद्वारा से माथा टेकने के उपरांत वहां से ऑटो लिया। उसमें सवार होकर रंजीत ऐवन्यू के लिए रवाना हो गए। रास्ते में एक बाइक सवार दो नकाबपोश अज्ञात युवकों ने ऑटो को टक्कर मार दी। मेरे हाथ से पर्स छीन कर वहां से फरार हो गए। शोर मचाया मगर तब तक वारदात देने वाले काफी दूर तक जा चुके थे।
पुलिस के मुताबिक, महिला के बयान दर्ज कर दो अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। वारदात स्थल लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है। दावा किया जल्द ही असली गुनहगार गिरफ्त में होगे।