वरिष्ठ पत्रकार.मेहता चौक (अमृतसर)।
पुलिस-बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई है। यह मुठभेड़ पंजाब के अमृतसर में स्थित कस्बा मेहता चौक में हुई। बताया जा रहा है कि पुलिस बदमाश को हथियार बरामदगी के लिए लाई थी, जिस दौरान उसने पुलिस को धक्का देकर छुपाई हुई ग्लॉक पिस्तौल से फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आरोपी के पैर में गोली मार दी। घायल आरोपी के पास से एक ग्लॉक पिस्टल, एक मैगजीन और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। कथित अपराधी आकाशदीप सिंह उर्फ आकाश के खिलाफ कार्रवाई डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह और एसएसपी अमृतसर ग्रामीण मनिंदर सिंह के निर्देश पर हुई। डीएसपी जंडियाला रविंदर सिंह के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की।
जानिए, क्या था पूरा मामला
मेहता चौक स्थित पंकज स्वीट्स के मालिक रमन तनेजा के बाहर पिछले समय जोबनजीत सिंह उर्फ बिल्ला ने रंगदारी की धमकी दी थी। उसी दिन तीन बाइक सवार युवकों ने दुकान पर फायरिंग कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में जोबनजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया। जांच में दलजीत सिंह उर्फ गोरा, अमनदीप सिंह, आकाशदीप सिंह और जुगराज सिंह को गिरफ्तार किया गया।
कौन है आकाशदीप सिंह, जानिए, इस रिपोर्ट में…?
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि पकड़ा गया कथित अपराधी आकाश फायरिंग से पहले रेकी का काम करता था। बताया जा रहा है कि पूर्व में उसके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस उसे गुरदासपुर जेल से 3 दिन की रिमांड पर लेकर आई थी। अब पुलिस उसके ठीक होने का इंतजार कर रही है ताकि आगे की कार्रवाई और पूछताछ की जाए।
दुकानदारों में अब भी खौफ का माहौल
बताया जा रहा है कि कुछ समय के भीतर मेहता चौक में स्थित कई दुकानदारों को गैंगस्टरों की तरफ से फिरौती मांगने की धमकी आ चुकी है। उनमें डर तथा खौफ का माहौल है। हर समय उनके मन में इस बात का भय रहता है कि कहीं कोई बदमाश उन पर हमला न कर दें। यहां पर पुलिस की लापरवाही के भी आरोप लग रहे है। बताया जा रहा है कि अगर पुलिस सही समय पर उचित कार्रवाई कर देती, शायर कारोबारियों को ये दिन कभी नहीं देखने पड़ते है।
एक जांबाज थाना प्रभारी की आवश्यकता
दबी जुबान में मेहता चौक के कुछ कारोबारियों ने कहा कि उन्हें यहां के थाना की पुलिस की कोई नैतिक स्पोर्ट नहीं मिलती है। अगर कोई शिकायत लेकर पुलिस के पास चला जाता है तो शिकायत को इतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता है। जिस कारण बदमाशों के हौसले इतने बढ़ चुके है कि वे लोग बेबस कारोबारियों को डरा धमका कर उनसे रंगदारी की मांग करते है। उनका कहना है कि अब समय आ चुका है कि थाना में इस प्रकार के थाना प्रभारी होने चाहिए जो जांबाज होने के साथ-साथ उनकी शिकायत को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने में क्षमता रखते हों।