AMRITSAR—कैसा है समाज………बिन मां-बाप के 14 वर्षीय बच्ची की दिव्यांग से रचाई जा रही थी शादी……प्रशासन ने रुकवाई, बुआं ने माफी मांग छुड़वाई जान, यह संस्था उठाएंगी लड़की की जिम्मेदारी

वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर। 

समाज में लड़कियां शिक्षित होकर काफी ऊंचे मुकाम तक पहुंच गई हैं। लेकिन, समाज में कई छोटी सोच वाले दुश्मन भी हैं। जिनका एक ही मकसद है कि लड़कियों की छोटी आयु में हाथ पांव पीले कर दिए जाए, क्योंकि, उनकी सोच मुताबिक लड़कियां आज भी पराया धन हैं। ऐसा मामला, पंजाब के जिला अमृतसर से सामने आया हैं। थाना क्षेत्र मोहकम्मपुरा के अधीन रहने वाली एक 14 वर्षीय लड़की को एक दिव्यांग के साथ विवाह रचाने की साजिश को नाकाम कर दिया गया। लड़की के माता-पिता नहीं हैं। बुआ से माफीनामा लेने उपरांत उन्हें छोड़ दिया, जबकि, लड़की को चाइल्ड वेलफेयर विभाग ने अपनी कस्टडी में ले लिया। 

एक समाज सेवी संस्था को फोन आया कि रविवार थाना मोहकम्मपुरा क्षेत्र अधीन एक 14 वर्षीय लड़की शादी किसी दिव्यांग के  साथ रचाई जा रही हैं। लड़का 21 वर्षीय हैं। लड़की के माता-पिता दोनों ही नहीं हैं। संस्थान ने प्रशासन तथा पुलिस के सहयोग से क्षेत्र में दबिश दी। लड़की शादी के जोड़े में थी, जबकि, दूल्हा दिव्यांग होने की वजह से बेड पर था। हैरान करने वाली बात थी कि दूल्हे को खुद उसकी दुल्हन तैयार कर रही थी। टीम एकदम चकित रह गई।

सभी को हिरासत में लेकर थाना ले जाया गया। इस बीच लड़की को चाइल्ड वेलफेयर भेज दिया गया। बुआ से माफीनामा का दस्तावेज लिया गया। उन्हें दोहराया गया कि बीच बीच में टीम चेक करने के लिए कभी भी आ सकती हैं। नहीं सुधार हुआ तो कानूनी कार्रवाई होगी। 

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