… नोटिस निकाला ही नहीं कार्रवाई करने पहले गई कौंसिल की टीम…दुकानदारों ने जताया रोष
…..पीड़ित दुकानदारों की चेतावनी….धक्का नहीं होगा सहन जाएंगे कोर्ट
हरप्रीत सिंह.मजीठा (अमृतसर)।
पिछले दिनों मजीठा कौंसिल की 4 दुकान आग लगने से जलकर राख हो गई थी। उनकी कुल संख्या 4 थी। इसकी आग अभी ठंडी ही नहीं हुई थी, ईओ मजीठा नगर कौंसिल पर एक संगीन आरोप पीड़ित दुकानदारों ने जड़ दिया। उनके मुताबिक, , उन्हें नगर कौंसिल E.O प्रताड़ित कर रहे है। उनका आरोप था कि उनके खिलाफ कोई नोटिस निकाला ही नहीं था कि विभाग की टीम उन्हें तंग परेशान करने आ गई। मरम्मत के कार्य को बीच में ही रोक दिया गया। इससे पीड़ित दुकानदारों ने रविवार दोपहर उपरांत ईओ तथा उनकी टीम के खिलाफ रोष जताते हुए नारेबाजी भी की। उधर, दुकानदारों ने चेतावनी देते कहा कि सरासर उनके साथ धक्का किया जा रहा है, इसलिए वे अब जल्द ही कोर्ट का रुख करने जा रहे हैं।
आरोप लगा है कि पिछले दिनों आग को बुझाने के लिए नगर कौंसिल ने एक दमकल गाड़ी को नहीं भेजा गया। उलटा , अमृतसर ने दमकल विभाग की तरफ से गाड़ियों को बुलाया गया। इस आग से 4 दुकानदारों का लाखों का आर्थिक तौर पर नुकसान हुआ। बड़ी शर्म की बात है कि किसी स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी ने कोई बात नहीं पूछी, उलटा झूठी शिकायतों की जांच किए बिना दुकानदारों के खिलाफ कौंसिल टीम झूठी कार्रवाई करने के लिए आ पहुंची। दुकानदारों ने टीम के खिलाफ रोष जताते कहा कि उनकी रोजी रोटी का सहारा उक्त दुकानें जल कर राख हो गई, उनके प्रति सहानुभूति दिखाने के बजाय उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। यह सरकार की कैसी प्रणाली है, आरोप लगाते कहा कि सरकारी बाबू सही काम तो करते नहीं है, काम करने वाले दुकानदारों तथा गरीबों को बिना वजह तंग परेशान करते रहते है। हमें काफी आशा थी कि भगवंत मान सरकार हम लोगों की सुनेंगी, लेकिन, अब तो हम जैसे लोगों के खिलाफ धक्केशाही और ज्यादा बढ़ गई है। समझ नहीं आती कि बच्चों के लिए रोजी रोटी का जुगात कैसे करें। सीएम मान से अपील करते हुए पीड़ित दुकानदारों ने कहा कि उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए , तथा नगर कौंसिल की टीम के खिलाफ जांच के आदेश जारी होने चाहिए।
पीड़ित दुकानदार नीरज तथा उनके भाई राहुल शर्मा ने बताया कि वह वर्ष 1965 से मजीठा बस स्टैंड के पास नगर कौंसिल की दुकानों में एक किराए के तौर पर दुकानदारी का काम कर रहे है। हमेशा प्रतिमाह किराया सही समय पर दिया। लेकिन, पिछले दिनों लगी आग में उनकी तथा साथ में लगती कुल 4 दुकानें जलकर राख हो गई। आरोप लगाते कहा कि आग को बुझाने के लिए कौंसिल की दमकल गाड़ी बिल्कुल नहीं पहूंची। उलटा 22 किलोमीटर दूरी पर स्थित अमृतसर से दमकल की गाड़ियां पहुंची। जिन्होंने काफी मशक्कत करने के उपरांत आग पर काबू पा लिया। अगर स्थानीय दमकल की गाड़ियां पहुंच जाती तो शायद उनका बड़ा नुकसान होने से बच जाता।
मरम्मत का चल रहा था कार्य
दुकानदार नीरज शर्मा ने बताया कि वह हमेशा कानून तथा संविधान को सर्वोच्च मानते है। कभी नियम को तोड़ा ही नहीं। कौंसिल की इज्जात पर अपनी दुकान में मरम्मत का कार्य कर रहे थे। इस बीच टीम ने आकर हल्ला बोल दिया। उनके साथ काफी बतमीजी के साथ पेश आए। मरम्मत के कार्य को रुकवा दिया। सभी ने उनके समक्ष हाथ जोड़ कर कई बार अपील की, मरम्मत के कार्य चलने दिया जाए। लेकिन, किसी ने उनकी बात को नहीं सुना।
ईओ का तर्क
कानून के मुताबिक उनकी टीम ने कार्य किया। दुकानें नगर कौंसिल की है। बिना अनुमति के शेड का निर्माण किया जा रहा है। फिलहाल, कोई नोटिस तमील नहीं किया गया। कल तक सभी को भेज दिया जाएगा। उसके लिए हर किसी को जवाब देना होगा। आग लगने वाले दिन दमकल की गाड़ी नहीं भेजने पर कोई जवाब नहीं दिया। शराब पीकर सफाई कर्मचारियों द्वारा रेहड़ी चालकों से तंग परेशान की बात पर कहा कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी।