वरिष्ठ पत्रकार.जालंधर।
बुधवार को डीएसपी दलबीर सिंह हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ। हत्या को अंजाम देने वाले ऑटो चालक विजय को गिरफ्तार कर लिया। गाली देने की वजह से वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के समक्ष चालक अपराधी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। डीएसपी की पिस्टल से गोली मारी गई। हथियार भी बरामद कर लिया गया। इस बात की पुष्टि , पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने की।
दरअसल, एक जनवरी की रात को डीएसपी दलबीर सिंह ऑटो चालक अजय के ऑटो पर सवार हो कर घर वापस जा रहे थे। रास्ते में एक शराब ठेका से शराब ली। किसी बात को लेकर ऑटो चालक तथा डीएसपी के बीच कहासुनी हो गई। डीएसपी ने चालक को गाली निकाल दी। गुस्से में आकर चालक ने डीएसपी की पिस्टल छीन ली। उसने डीएसपी पर गोली चला दी। गोली डीएसपी के माथे पर लगी। तत्काल दम तोड़ दिया। किसी को शक न हों, शव को किसी सुनसान जगह पर फेंक चला गया।
ऐसे सामने आई सच्चाई
दरअसल, पुलिस की जांच टीम ने रात्रि को डीएसपी के घर के रास्ते में आने वाले सीसीटीवी को खंगाला। उन्हें हर सीसीटीवी में अपराधी नजर आया। पुलिस को शक हुआ तो उसे हिरासत में ले लिया। कड़ाई पूछताछ आरंभ हुई तो ऑटो चालक ने सारी सच्चाई पुलिस के समक्ष बयां कर दी। कथित अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका हैं। अपना गुनाह भी कबूल कर चुका हैं।
अर्जुन-अवार्डी है डीएसपी
पुलिस विभाग ने जानकारी दी कि डीएसपी दलबीर सिंह अर्जुन-अवार्डी है। वेटलिफ्टिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुका हैं। मधुमेह की वजह से एक टांग काट दी गई थी। कुछ समय से पीएपी जालंधर में तैनात था।
बता दें कि कपूरथला में पिछले दिनों डीएसपी की अपने गांव में रहने वाले ग्रामीण के साथ विवाद हो गया। उन पर गोलियां चला दी गई। बाद में दोनों तरफ से समझौता हो गया था।