TARN-TARAN—गुप्तांग में लगा रहा था मजदूर नशे का टीका, जमीन पर एकदम गिरा, अस्पताल तोड़ा दम

वरिष्ठ पत्रकार.तरनतारन। 

पंजाब के सीमांत क्षेत्रों में युवा नशे की बुरी दलदल में फंस चुके है। प्रतिदिन युवा नशे की वजह से अपना दम तोड़ रहे है। सीमांत क्षेत्र जिला तरनतारन का सबसे बुरा हाल है। अंदाजा, इस बात से लगाया जा सकता है कि इस क्षेत्र में प्रतिदिन किसी न किसी युवा की नशे से मृत्यु की खबर आ जाती है। ताजा मामला, गांव अलगो कोठी से जुड़ा है। मजदूरी के पेशे से जुड़े युवक की गुप्तांग में नशे का टीका लगाते समय मृत्यु हो गई। परिवार के मुताबिक, 2 बार नशा केंद्र से नशा छुड़ाया गया, लेकिन फिर भी नहीं सुधरा। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर केस की जांच आरंभ कर दी। लोगों से पता चला है कि इस क्षेत्र में नशा खुलेआम बिकता है। पुलिस कभी कुछ नहीं करती है। इसलिए, कई युवा नशे की वजह से अपनी जान गंवा रहे है। 

सत्ताधारी पार्टी आप चाहे लाख दावा नशा समाप्त करने का करती है, लेकिन सच्चाई और कुछ बयां करती है। चिट्टा पंजाब की चिंता का विषय बरकरार है। नशा बिल्कुल ही नहीं कम है। बल्कि, आगे से अधिक हुआ है। पंजाब के जिला तरनतारन के युवा इसकी चपेट में सबसे अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, हर 2-3 युवा नशे की चपेट में है। नशे का टीका लेकर अपनी कीमती जान गंवा रहे है। पुलिस कुछ खास नहीं कर पा रही है। 

ताजा मामले में गांव अलगो कोठी के रहने वाले अजय कुमार नामक मजदूर ने नशे का टीका की वजह से अपनी जान गंवा ली। पता चला है कि टीका गुप्तांग में लगा रहा था। बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। परिवार ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। आनन-फानन में किसी निजी अस्पताल लेकर गए। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया। पुलिस नशे की रोकथाम करने में विफल साबित हुई। 

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