तालिबान की कसाई हकुमत का फरमान–प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

दूसरा बड़ा फतवा—–शिक्षा का होगा इस्लामीकरण, विदेशी पढ़ाई पर बैन

एसएनई न्यूज.अफगानिस्तान।

कसाई का रुप धारण कर चुकी अफगानिस्तान की तालिबान सरकार दिन प्रतिदिन मानवता के खिलाफ नए प्रकार के कानून लागू कर रही है। अब प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के खिलाफ सख्त लिहाजे से तुगलकी फरमान जारी करते कहा कि महिलाएं किसी प्रकार के विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सकती। नियम तोड़ने वाली महिलाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरा बड़ा फतवा जारी तालिबान सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र को इस्लामीकरण करने का निर्णय लिया। अब देश विदेशी पढ़ाई पूर्ण रूप से प्रतिबंध कर दी गई।  


थोड़े दिन पहले बनी अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के कड़े रुख तथा अजीबो-गरीब कानून पारित करने की वजह से विश्व सुरक्षा परिषद के निशाने पर आ गई। उसने तालिबान सरकार के खिलाफ निंदा करते कहा कि उसे अपनी आदतों पर सुधार लाना होगा तथा कड़े कानून वापिस लेने के आदेश जारी किए। महिलाओं के खिलाफ प्रदर्शन करने पर सख्त कानून लागू करने से नारी शक्ति को अफगानिस्तान में कमजोर करने का साफतौर पर संकेत है।

शिक्षा में सुधार करने की बजाय इस्लामीकरण करने का फैसला , इस बात की ओर इशारा करता है कि तालिबान का एक ही मंसूबा है कि वह अपने देश में आतंकवाद को बढ़ावा देना। विदेशी पढ़ाई पूर्ण रूप से प्रतिबंध कर देना कहीं न कहीं , उसे इस बात का डर सता रहा है कि शिक्षित युवा उनके खिलाफ मोर्चा खोल सकते है।

 इतना ही तालिबान सरकार में ज्यादातर मंत्री आतंकी गतिविधियों से जुड़े लोग है। इनमें तो कई ऐसे भी जिनका नाम विदेश के खुफिया एजेंसी ने ब्लैक लिस्ट में डाल रखा है। इनका ताल्लुक आतंकी नेटवर्क हक्कानी ग्रुप से है। यह ग्रुप पूरे विश्व में मानव बम श्रृंखला के रूप में जाना जाता है। 

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