एसएनई नेटवर्क.दिल्ली।
ईरान में पिछले साल शुरू हुए हिजाब विरोधी प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा है जो बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आई हैं। लेकिन ईरानी सरकार भी लोगों की आवाज को दबाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। इसके चलते महसा अमीनी समेत कई महिलाओं ने अपनी जान गंवाई। वहीं ईरान में एक व्यक्ति को दो महिलाओं पर दही फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
महिलाओं पर इस तरह का हमला तब हुआ है जब राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने शनिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि ईरान में हिजाब कानून है इसका पालन करना जरूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों महिलाएं मां और बेटी हैं। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि दोनों महिलाएं एक दुकान पर खड़ी हैं और दोनों ने सार्वजनिक रूप से अपने बाल नहीं ढके। इस दौरान एक शख्स उनके पास आता है और कुछ बहसबाजी करता है।
देखते ही देखते वह उनके सिर पर दही फेंक देता है। इसके बाद दुकानदार ने हमलावर को धक्का देकर दुकान से बाहर कर दिया। आरोपी व्यक्ति को सार्वजनिक व्यवस्था में खलल डालने के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया है। साथ ही दोनों महिलाओं को अपने बाल दिखाने के लिए हिरासत में लिया गया है, जो ईरान में अवैध है।
राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी बोले महिलाएं पहनें हिजाब
दिसंबर से अब तक हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है और चार प्रदर्शनकारियों को मार दिया गया है। लेकिन सरकार के झुकने का कोई संकेत नहीं है। ईरान में महिलाओं के लिए सार्वजनिक रूप से हिजाब नहीं पहनना गैरकानूनी है, हालांकि बड़े शहरों में महिलाएं नियमों के बावजूद हिजाब के बिना घूम रही हैं। शनिवार को ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि ईरानी महिलाओं को धार्मिक आवश्यकता के रूप में हिजाब पहनना चाहिए।
ईरानी मुख्य न्यायाधीश ने दी चेतावनी
ईरानी मुख्य न्यायाधीश गोले मोहसिन मोहसिन एजे ने कहा है कि जितना अधिक महिलाएं ईरान में अनिवार्य ड्रेस कोड की को नहीं मानेंगी उन पर सख्त कानूनी की जाएगी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ईरानी मीडिया के हवाले से लिखा है कि न्यायपालिका प्रमुख गोले मोहसिन मोहसिन एजे ने धमकी दी है कि जो औरतें मुल्क में बगैर हिजाब के सार्वजनिक जगहों पर दिखाई देंगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ बगैर किस रहम के मुकदमा चलाया जाएगा।